पोप: लेबनान में संयुक्त राष्ट्र शांति सैनिकों का सम्मान करें
दक्षिणी लेबनान में संयुक्त राष्ट्र शांति सेना पर इस्राएली सेना द्वारा गोलीबारी के बाद, पोप ने सैनिकों का सम्मान करने का आह्वान किया है।
पोप फ्राँसिस ने देवदूत प्रार्थना के उपरांत कहा, “मैं मध्य पूर्व में जो हो रहा है, उस पर चिंता के साथ नजर रख रहा हूँ, और मैं एक बार फिर सभी मोर्चों पर तत्काल युद्ध विराम की माँग करता हूँ। आइए, हम शांति प्राप्त करने के लिए कूटनीति और बातचीत के रास्ते पर चलें।”
उन्होंने कहा, “मैं फिलिस्तीन, इस्राएल और लेबनान में शामिल सभी लोगों के करीब हूँ, मैं वहाँ संयुक्त राष्ट्र शांति सेना का सम्मान करने की अपील करता हूँ। मैं सभी पीड़ितों, विस्थापितों, बंधकों के लिए प्रार्थना करता हूँ, जिन्हें मैं उम्मीद करता हूँ कि तुरंत रिहा कर दिया जाएगा, और मुझे आशा है कि नफरत और बदले की भावना से उत्पन्न यह विशाल व्यर्थ की पीड़ा जल्द ही समाप्त हो जाएगी।”
उन्होंने युद्ध विराम की अपील करते हुए कहा, “युद्ध एक भ्रम है, यह एक पराजय है, यह कभी शांति नहीं लाएगा, न ही कभी सुरक्षा लाएगा, यह सभी की हार है, खासकर, उन लोगों की जो खुद को अजेय मानते हैं। कृपया, रूक जाइये!”
यूक्रेन को निर्दोष लोगों को लिए अपील
यूक्रेन में निर्दोष लोगों की हत्या का विरोध करते हुए उन्होंने कहा, “मैं अपील करता हूँ कि यूक्रेन के लोगों को ठंड से मरने के लिए न छोड़ा जाए, नागरिकों के खिलाफ हवाई हमले बंद किए जाएँ, जो हमेशा सबसे ज़्यादा प्रभावित होते हैं। निर्दोष लोगों की हत्या बंद हो!”
संत पापा ने हैती के लोगों की भी याद की जहाँ लोगों को सुरक्षित स्थान पाने के लिए अपना घर छोड़ना पड़ रहा है। उन्होंने कहा, “मैं हैती में संकट की स्थिति को देख रहा हूँ, जहाँ लोगों के खिलाफ हिंसा जारी है, उन्हें देश के अंदर और बाहर कहीं और सुरक्षा की तलाश में अपने घरों से भागने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है। हमें अपने हैती के भाइयों और बहनों को कभी नहीं भूलना चाहिए।”
हैती के लिए प्रार्थना का आग्रह
हैती के लोगों के लिए प्रार्थना करने का आग्रह करते हुए कहा, “मैं सभी से प्रार्थना करने का आग्रह करता हूँ कि हर प्रकार की हिंसा समाप्त हो तथा अंतर्राष्ट्रीय समुदाय की प्रतिबद्धता के साथ हम देश में शांति और मेल-मिलाप के लिए काम करते रहें तथा सभी के सम्मान एवं अधिकारों की सदैव रक्षा करते रहें।”
तत्पश्चात् संत पापा ने विश्व शांति के लिए रोजरी प्रार्थना के पहल को प्रोत्साहन देते हुए कहा, “अगले शुक्रवार, 18 अक्टूबर को, “एड टू द चर्च इन नीड” फाउंडेशन “एक मिलियन बच्चे विश्व में शांति के लिए रोजरी प्रार्थना करें” पहल को बढ़ावा दे रहा है। इसमें भाग लेनेवाले सभी बच्चे और बच्चियों को धन्यवाद! हम उनके साथ जुड़ते हैं और माता मरियम की मध्यस्थता पर भरोसा करते हैं - जिनकी फातिमा में अंतिम दिव्यदर्शन की याद आज की जाती है - माता मरियम की मध्यस्थता पर हम पीड़ित यूक्रेन, म्यांमार, सूडान और अन्य सभी लोगों को सौंपते हैं जो युद्ध और हर तरह की हिंसा एवं गरीबी से पीड़ित हैं।
और अंत में अपने लिए प्रार्थना का आग्रह करते हुए संत पापा ने सभी को शुभ रविवार की मंगल कामनाएँ अर्पित की।