पल्ली पुरोहितों के लिए विश्वस्तर पर धर्मसभा का आयोजन
धर्माध्यक्षीय सम्मेलनों और पूर्वी काथलिक कलीसियाओं द्वारा चुने हुए विश्वभर के तीन सौ पल्ली पुरोहित, सुनने, प्रार्थना करने और आत्मपरख विषयवस्तु पर एक विश्वव्यापी सभा में भाग लेंगे। सभा का आयोजन सिनॉड के महासचिव एवं याजकों के लिए परमधर्मपीठीय विभाग एवं सुसमाचार प्रचार विभाग एवं पूर्वी रीति की कलीसियाओं के विभाग ने किया है।
सभा की विषयवस्तु है, “सिनॉड के लिए पल्ली पुरोहित, एक अंतरराष्ट्रीय सभा।”
सिनॉड के महासचिवालय द्वारा जारी एक प्रेस विज्ञाप्ति के अनुसार, सभा का मुख्य उद्देश्य है, सुनना और स्थानीय कलीसियाओं में पल्ली पुरोहितों के अनुभवों को महत्व देना एवं उन्हें विश्वव्यापी स्तर पर सिनॉडल कार्य की गतिशीलता का अनुभव करने का अवसर प्रदान करना।
यह पहल धर्माध्यक्षों की धर्मसभा की 16वीं साधारण महासभा के पहले सत्र (4-29 अक्टूबर 2023) में प्रतिभागियों द्वारा व्यक्त किए गए संकेत का जवाब है, जिन्होंने संश्लेषण रिपोर्ट में, अगले वर्ष की धर्मसभा प्रक्रिया में उपयाजकों, पुरोहितों और धर्माध्यक्षों की "अधिक सक्रिय सहभागिता के लिए तरीके विकसित करने" की आवश्यकता व्यक्त की थी। क्योंकि “एक सिनॉडल कलीसिया उनकी आवाजों, अनुभवों और उनके सहयोग के बिना नहीं रह सकती। सभा में, प्रतिभागियों की सक्रिय सहभागिता, अच्छी प्रथाओं को साझा करने का अवसर, प्रेरितिक प्रस्तावों के इर्द-गिर्द कार्यशालाएँ और विशेषज्ञों के साथ बातचीत शामिल होंगे।
पल्ली पुरोहितों के लिए आयोजित यह बैठक 28 अप्रैल से 2 मई 2024 को रोम के निकट साक्रोफनो स्थित फ्रातेरना दोमुस में सम्पन्न होगा। 2 मई को उन्हें पोप फ्राँसिस से मुलाकात करने का अवसर मिलेगा।
प्रतिभागियों की संख्या सिनॉडल सभा के सदस्यों के चुनाव के लिए प्रयोग किए जानेवाले मानदंड के समान निर्धारित की गई थी।
लातीनी रीति की कलीसिया के लिए, प्रतिभागियों की संख्या प्रत्येक धर्माध्यक्षीय सम्मेलन के सदस्यों की संख्या पर आधारित होगी: 25 से कम सदस्यों वाले धर्माध्यक्षीय सम्मेलन के लिए 1 प्रतिनिधि; 26 से 50 सदस्यों वाले धर्माध्यक्षीय सम्मेलनों के लिए 2 प्रतिनिधि; 51 से 100 सदस्यों वाले धर्माध्यक्षीय सम्मेलनों के लिए 3; 100 से अधिक सदस्यों वाले धर्माध्यक्षीय सम्मेलनों के लिए 4।
इसके अलावा, धर्माध्यक्षीय सम्मेलन से रहित कलीसियाई क्षेत्र से, प्रत्येक महाद्वीप से 1 पल्ली पुरोहित होंगे।
पूर्वी रीति की काथलिक कलीसिया के लिए
पूर्वी काथलिक कलीसिया के धर्माध्यक्षीय धर्मसभा के लिए 1 प्रतिनिधि, जिसमें 25 से अधिक सदस्य न हों; 26 से 50 सदस्यों वाले प्रत्येक धर्मसभा या परिषद के लिए 2 प्रतिनिधि; और 50 से अधिक सदस्योंवाले प्रत्येक धर्मसभा या परिषद के लिए 3 प्रतिनिधि।
प्रतिभागियों के चुनाव के लिए धर्माध्यक्षीय धर्मसभा और पूर्वी काथलिक कलीसियाओं से कहा गया है कि वे जितना संभव हो निम्नलिखित मानदंड अपनाएँ :
- उन पल्ली पुरोहितों को प्राथमिकता देना जिनके पास सिनॉडल कलीसिया के परिप्रेक्ष्य में महत्वपूर्ण अनुभव है;
- मूल के प्रेरितिक संदर्भों (ग्रामीण, शहरी, विशिष्ट सामाजिक-सांस्कृतिक संदर्भ, आदि) की एक निश्चित विविधता का समर्थन करना।
भाग लेनेवाले पल्ली पुरोहितों को 15 मार्च 2024 तक धर्माध्यक्षीय सम्मेलनों/ पूर्वी रीति की काथलिक कलीसिया द्वारा सूचित किया जाना है; उसके बाद उन्हें सभा के लिए अंतिम कार्यक्रम भेजा जाएगा (वर्तमान में तैयार किया जा रहा है), जिसमें संत पापा के साथ मुलाकात का समय भी शामिल होगा।
सभा के नतीजे, अक्टूबर 2024 में सिनॉडल महासभा के दूसरे सत्र के लिए कामकाजी दस्तावेज़, इंस्ट्रुमेंटम लेबोरिस के प्रारूपण में योगदान देंगे।