परमधर्मपीठ ने धर्मसभा यात्रा पर जर्मन धर्माध्यक्षों के साथ बातचीत की
जर्मनी में धर्मसभा प्रक्रिया के दस्तावेजों में उठाए गए कई धार्मिक सवालों पर चर्चा करने के लिए वाटिकन के अधिकारी जर्मन धर्माध्यक्षीय सम्मेलन के प्रतिनिधियों के साथ बैठक की।
परमधर्मपीठ और जर्मन धर्माध्यक्षीय सम्मेलन ने जर्मनी में धर्मसभा यात्रा पर वाटिकन में एक दिन की वार्ता के अंत में शुक्रवार को एक संयुक्त बयान जारी किया।
बयान के अनुसार, रोमन कुरिया के प्रतिनिधियों ने "नवंबर 2022 में जर्मन धर्माध्यक्षों की अद-लिमिना यात्रा के दौरान शुरू हुई बातचीत को जारी रखने के लिए" कई जर्मन धर्माध्यक्षों से मुलाकात की।
यह बैठक 26 जुलाई, 2023 को हुई पिछली मुलाकात के बाद "सकारात्मक और रचनात्मक” माहौल में हुई।
चर्चाएँ "जर्मनी में काथलिक कलीसिया के धर्मसभा पथ के दस्तावेज़ों में उठाए गए कुछ खुले धार्मिक प्रश्नों" पर केंद्रित थीं। प्रतिनिधि "नियमित आदान-प्रदान" के माध्यम से अपनी बातचीत जारी रखने पर सहमत हुए ताकि "मतभेदों और समझौतों" को संबोधित किया जा सके।
संयुक्त बयान के अनुसार, "जर्मन धर्माध्यक्षों ने स्पष्ट किया कि यह कार्य जर्मनी में कलीसिया के लिए द्वितीय वाटिकन महासभा के कलीसियाशास्त्र और कैनन के प्रावधानों एवं परिणामों के अनुसार, धर्मसभा के ठोस रूपों को विकसित करने का काम करेगा।" विश्वव्यापी कलीसिया की धर्मसभा, जिसे बाद में अनुमोदन के लिए परमधर्मपीठ को प्रस्तुत किया जाएगा।
अगली वार्ता अगस्त 2024 से पहले होगी।
रोमन कूरिया के प्रतिनिधियों में कार्डिनल विक्टर फर्नांडीज, कार्डिनल कूर्ट कोच, वाटिकन राज्य सचिव कार्डिनल पिएत्रो पारोलिन, कार्डिनल रॉबर्ट एफ. प्रीवोस्ट, कार्डिनल आर्थर रोश, और महाधर्माध्यक्ष फिलिप्पो इयानोन शामिल थे।
जर्मन धर्माध्यक्षीय सम्मेलन का प्रतिनिधित्व करने वालों में जर्मन धर्माध्यक्षीय सम्मेलन के अध्यक्ष धर्माध्यक्ष जॉर्ज बैट्ज़िंग के साथ धर्माध्यक्ष स्टीफ़न एकरमैन, धर्माध्यक्ष माइकल गेरबर, धर्माध्यक्ष पीटर कोहलग्राफ, धर्माध्यक्ष बर्ट्राम मायर और धर्माध्यक्ष फ्रांज-जोसेफ ओवरबेक थे।
उनके साथ जर्मन धर्माध्यक्षीय सम्मेलन के महासचिव, डॉ. बीट गाइल्स और जर्मन धर्माध्यक्षीय सम्मेलन के प्रेस प्रवक्ता, मथियास कोप्प भी शामिल थे।