नये कार्डिनल का पहला कार्य गरीबों के साथ भोजन

फ्रांस में जन्मे कार्डिनल जीन-पॉल वेस्को का कहना है कि वे कार्डिनल बनने के उपहार को दूसरों के साथ साझा करना चाहते थे।

7 दिसंबर को पोप फ्राँसिस से 21 नये कार्डिनलों को लाल टोपी मिलने के बाद कार्डिनलमंडल का आकार बढ़ गया है। 17 देशों से आनेवाले, नव-निर्मित कार्डिनल कलीसिया की सार्वभौमिक प्रकृति को प्रदर्शित करते हैं। उनमें से एक, अल्जीरिया के फ्रांसीसी महाधर्माध्यक्ष ने कार्डिनल के रूप में अपने पहले कार्य के बारे में वाटिकन न्यूज से बात की।

उपहार बांटना
कार्डिनल जीन पौल वेस्को ने कार्डिनल के रूप में अपनी दूसरी शाम गरीबों के साथ भोजन करते हुए बिताई। रोम मैराथन के सदस्यों के साथ, वाटिकन के एथलेटिक्स क्लब ने संत पेत्रुस महागिरजाघर के प्राँगण में स्तम्भों के बीच, इंतजार कर रहे बेघर लोगों के साथ रात्रिभोज किया और छोटे-छोटे उपहार साझा किए।

कार्डिनल वेस्को ने रात्रिभोज में आमंत्रित किए जाने के लिए आभार व्यक्त किया क्योंकि इससे उन्हें लोगों के साथ अपनी नई नियुक्ति का "उपहार साझा करने" का मौका मिला। उन्होंने इस कार्यक्रम को "बहुत प्यार" से भरा हुआ बताया।

रोम से लेयोन तक
फाँस के लेयोन में 1962 जन्मे कार्डिनल जॉ पॉल वेस्को 34 साल की उम्र में दोमिनिकन ऑर्डर में शामिल होने से पहले उन्होंने एक वकील के रूप में काम करना शुरू किया था। सोलह साल बाद, उन्हें ओरान, अल्जीरिया का धर्माध्यक्ष नियुक्त किया गया और उन्होंने अल्जीरिया की अंतर्राष्ट्रीय सभा से पहले धर्मप्रांत के प्रतिनिधि के रूप में कार्य किया। 2022 में, पोप फ्रांसिस ने उन्हें अल्जीयर्स का महाधर्माध्यक्ष नियुक्त किया।

अल्जीरिया में स्थिति
100 से ज्यादा साल तक फ़्रांस के नियंत्रण में रहने के बाद, अल्जीरिया 1962 में आजाद हुआ। 29 साल बाद, देश में इस्लामी विद्रोही समूहों और देश की सशस्त्र सेनाओं के बीच गृहयुद्ध छिड़ गया। 100,000 से ज्यादा लोग मारे गए।

आज, अल्जीरिया अफ्रीकी महाद्वीप की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्थाओं में से एक है क्योंकि यह यूरोप के सबसे बड़े प्राकृतिक गैस आपूर्तिकर्ताओं में से एक है।