आठवीं सामान्य सभा में सुसमाचार प्रचार एवं मिशन पर विचार

परमधर्मपीठ के प्रवक्ता ने शुक्रवार को बताया कि भावी सन्त पापा के चुनाव हेतु आगामी दिनों में होनेवाले कार्डिनल मण्डल के सम्मेलन की तैयारी के लिए शुक्रवार को सम्पन्न आठवें महाधिवेशन में 180 से अधिक कार्डिनल उपस्थित थे।
वाटिकन में शुक्रवार को सम्पन्न कार्डिनलों की आठवीं आम सभा में सुसमाचार प्रचार, भ्रातृत्व, धर्माध्यक्षीय धर्मसभा और एकता विषयों पर चर्चा की गई।
परमधर्मपीठीय प्रेस कार्यालय के निदेशक, मातेओ ब्रूनी ने शुक्रवार सुबह संवाददाताओं को बताया कि भावी सन्त पापा के चुनाव हेतु आगामी दिनों में होनेवाले कार्डिनल मण्डल के सम्मेलन की तैयारी के लिए शुक्रवार को सम्पन्न आठवें महाधिवेशन में 180 से अधिक कार्डिनल उपस्थित थे, जिनमें 120 परमाध्यक्षीय चुनाव में मतदान के योग्य हैं। सुबह 9 बजे प्रार्थना के साथ यह सभा शुरू हुई।
आठवीं आम सभा में चर्चित विषय
धर्मसभा के दौरान 25 प्रभाषण हुए। चर्चा के विषयों में शामिल थे:
- सुसमाचार प्रचार, सन्त पापा फ्रांसिस के परमाध्यक्षीय काल का केंद्रबिंदु
- कलीसिया सुसमाचार प्रचार करने वाला भ्रातृत्वपूर्ण समुदाय
- सुसमाचार का संचार करने की आवश्यकता, विशेष रूप से युवा लोगों तक
- पूर्व की कलीसियाएं, उनकी पीड़ा और उनका साक्ष्य
- पल्लियों से लेकर रोमन क्यूरिया तक सभी स्तरों पर सुसमाचार के संचार को प्रभावी बनाने का प्रश्न
- सुसमाचार के प्रकाश में साक्ष्य और एकता का कर्तव्य: आपसी प्रेम "जिससे सब यह जानें तुम मेरे शिष्य हो"
- यौन शोषण और वित्तीय घोटालों सहित प्रति-गवाही का जोखिम
- धर्मविधि की केंद्रीयता
- कलीसियाई कानून का महत्व
- धर्माध्यक्षीय धर्मसभा, सहशासन, मिशन और लोकधर्मियों की भूमिका
- सन्त पापा जॉन पॉल, बेनेडिक्ट 16वें और सन्त पापा फ्रांसिस के बीच निरंतरता का व्याख्यात्मक उल्लेख
- यूखारिस्त की भूमिका और मिशनरी कार्य में इसके महत्व का सशक्त उल्लेख
मातेओ ब्रूना ने बताया कि आठवीं सामान्य सभा दोपहर 12:30 बजे समाप्त हो गई।