सीआईएसएल से पोप : शांतिपूर्ण समाज को बढ़ावा दें

पोप लियो 14वें ने इतालवी श्रमिक ट्रेड यूनियन परिसंघ (सीआईएसएल) की 20वीं राष्ट्रीय कांग्रेस को संदेश भेजा है, जिसमें 'मानव विकास की सेवा में शांतिपूर्ण समाज को बढ़ावा देने' का निमंत्रण दिया गया है। यह आवश्यक है कि "समग्र मानव विकास और मानव परिवार की भलाई के लिए सामाजिक संबंधों की एक अधिक मानवीय व्यवस्था, साथ ही शांतिपूर्ण और न्यायपूर्ण समाजों को बढ़ावा दिया जाए।"

पोप लियो 14वें ने यह अपील वाटिकन के राज्य सचिव कार्डिनल पिएत्रो पारोलिन द्वारा हस्ताक्षरित एक संदेश में इतालवी श्रमिक ट्रेड यूनियन परिसंघ की 20वीं राष्ट्रीय कांग्रेस को संबोधित करते हुए की, जो बुधवार को रोम के ईयूर जिले में "भागीदारी का साहस" विषय पर शुरू हुई।

सीआईएसएल का 20वाँ राष्ट्रीय कॉन्ग्रेस
पोप लियो 14वें ने सीआईएसएल महासचिव दानिएला फूमारोला को संबोधित संदेश में आयोजकों, वक्ताओं और प्रतिभागियों को अपना "हार्दिक अभिवादन" भेजा और संघ की गतिविधियों में "एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित होनेवाले इस आयोजन के लिए अपनी गहरी सराहना" व्यक्त की।उन्होंने आशा व्यक्त की कि "यह महत्वपूर्ण संगोष्ठी सामाजिक जिम्मेदारियों के बारे में सभी के बीच जागरूकता बढ़ाने के लिए एक नई प्रतिबद्धता को प्रेरित करेगी।"पोप ने प्रतिनिधियों से आग्रह किया कि वे "उस शांति व्यवस्था में योगदान देने के साझा लक्ष्य को न भूलें" - अर्थात, "व्यवस्था की शांति", जिसे संत अगुस्टीन ने "ईश्वर के शहर" (दे चिविताते देई) में गढ़ा था।

इटली के राष्ट्रपति सेरजो मतारेल्ला का संदेश
इटली के राष्ट्रपति सेरजो मतारेल्ला ने भी सचिव फूमारोला को एक संदेश भेजा।राष्ट्र प्रमुख ने लिखा, "इटली और यूरोप में स्वतंत्रता और लोकतंत्र के लिए श्रमिकों की भागीदारी आवश्यक है।" उन्होंने सीआईएसएल द्वारा "भागीदारी के साहस" को अपनी कांग्रेस के केंद्र में रखने के निर्णय के महत्व पर जोर दिया और इसे एक "सकारात्मक संकेत" और "सामाजिक एवं राजनीतिक संवाद में योगदान" बताया।अपने संदेश में, राष्ट्रपति मतारेल्ला ने यूरोपीय सामाजिक मॉडल के निर्माण में ट्रेड यूनियन की ऐतिहासिक भूमिका को याद किया, जो उन्होंने कहा, "दुनियाभर के सभी श्रमिकों के अधिकारों के लिए एक संदर्भ" के रूप में कार्य करता है।इतालवी राष्ट्रपति ने यह भी दोहराया कि "काम करने का प्रभावी अधिका