विश्व संचार दिवस 2025 की विषयवस्तु सौम्यता का आह्वान करती है

पोप फ्राँसिस ने विश्व संचार दिवस 2025 के लिए विषयवस्तु चुना है जो लोगों से "अपने दिलों में जो आशा है उसे नम्रता के साथ साझा करने" का आह्वान करता है।

वाटिकन प्रेस कार्यालय ने मंगलवार को पोप फ्राँसिस की, विश्व संचार दिवस वर्ष 2025 की विषयवस्तु जारी की, जिसे पोप फ्राँसिस ने कलीसिया के 59वें विश्व संचार दिवस के लिए चुना है।

विषयवस्तु है, "आपके दिलों में जो आशा है उसे नम्रता के साथ साझा करें।” (पेत्रुस 3,15-16)

विषयवस्तु के साथ दिए गए परिचयात्मक टिप्पणी में कहा गया है कि “आगामी विश्व संचार दिवस की विषयवस्तु इस तथ्य की ओर ध्यान आकर्षित करती है कि आजकल संचार अक्सर हिंसक हो जाता है, जिसका उद्देश्य, संवाद की परिस्थितियाँ स्थापित करना नहीं, हमला करना होता है। इसलिए संचार को निरस्त्र करना, इसे आक्रामकता से मुक्त करना बहुत जरूरी है।

टेलीविज़न टॉक शो से लेकर सोशल मीडिया पर मौखिक युद्धों तक, जिस प्रतिमान के प्रबल होने का जोखिम है वह प्रतिस्पर्धा, विरोध और हावी होने की इच्छा है।”

विज्ञप्ति में कहा गया है कि “हम ख्रीस्तीयों के लिए, आशा एक व्यक्ति है और वह व्यक्ति ख्रीस्त हैं। जो हमेशा एक सामुदायिक से जुड़े हैं; जब हम ख्रीस्तीय आशा के बारे में बात करते हैं तो हम इस समुदाय को नजरअंदाज नहीं कर सकते जो येसु के संदेश को विश्वसनीय तरीके से इस हद तक जीता है कि वह अपने साथ आनेवाली आशा की एक झलक दे सके, और आज भी कार्यों और वचनों से मसीह की आशा को संप्रेषित करने में सक्षम है।”

विश्व संचार दिवस आमतौर पर पेंतेकोस्त से पहले रविवार को मनाया जाता है। पोप पॉल छठवें ने 1967 में द्वितीय वाटिकन महासभा के मद्देनजर एक वार्षिक उत्सव के रूप में इस दिवस की स्थापना की थी, जो मीडिया द्वारा पेश किए जानेवाले अवसरों और चुनौतियों पर चिंतन करने और कलीसिया द्वारा सुसमाचार के संदेश को बेहतर तरीके से संप्रेषित करने के तरीकों पर विचार करने का प्रोत्साहन देता है।