पोप फ्राँसिस सितंबर में एशिया और ओशिनिया के 4 देशों की यात्रा करेंगे

पोप फ्राँसिस 2-13 सितंबर 2024 को इंडोनेशिया, पापुआ न्यू गिनी, तिमोर-लेस्ते और सिंगापुर की प्रेरितिक यात्रा करेंगे।

वाटिकन प्रेस कार्यालय ने शुक्रवार को घोषणा की कि पोप फ्राँसिस सितंबर की शुरुआत में एशिया के तीन देशों और ओशिनिया के एक देश का दौरा करेंगे।

उन्होंने विदेश में अपनी 43वीं प्रेरितिक यात्रा के लिए राष्ट्राध्यक्षों और स्थानीय कलीसिया के अधिकारियों के निमंत्रण को स्वीकार कर लिया है। जिसके लिए वे 2 सितंबर को रोम से प्रस्थान करेंगे और कार्यक्रम समाप्त कर 13 सितंबर को रोम वापस लौटेंगे।
पोप फ्राँसिस सबसे पहले इंडोनेशिया की राजधानी जकार्ता जाएंगे, जहां वे 3 सितंबर को उतरेंगे और 6 सितंबर तक रहेंगे।
इसके बाद 6-9 सितंबर को पापुआ न्यू गिनी की राजधानी पोर्ट मोरेस्बी और वेनिमो का दौरा करने के लिए पूर्व की ओर उड़ान भरेंगे।
उनका अगला पड़ाव 9-11 सितंबर को तिमोर-लेस्ते की राजधानी डिली में होगा।
वहां से पोप 11-13 सितंबर को तीन दिवसीय यात्रा के लिए सिंगापुर जाएंगे।

वाटिकन प्रेस कार्यालय के अनुसार, उनकी प्रेरितिक यात्रा का पूरा कार्यक्रम बाद में प्रकाशित किया जाएगा।
स्थानीय काथलिक विश्वासी
पोप फ्राँसिस ने पहली बार दिसंबर 2023 में इस क्षेत्र की यात्रा की संभावना का उल्लेख किया था।

मैक्सिकन ब्रॉडकास्टर एन+ के साथ एक साक्षात्कार में, उन्होंने कहा था कि उन्हें अगस्त में "पोलिनेशिया" और वर्ष के अंत में अपने मूल अर्जेंटीना की यात्रा करने की उम्मीद है।
फिर, जनवरी 2024 में, पोप ने इतालवी अखबार ला स्ताम्पा के साथ एक साक्षात्कारकर्ता को बताया था कि वे तिमोर-लेस्ते, पापुआ न्यू गिनी और इंडोनेशिया का दौरा करनेवाले हैं।
इंडोनेशिया दुनिया का सबसे बड़ा मुस्लिम बहुल देश है, और काथलिकों की संख्या 8 मिलियन से अधिक या कुल आबादी का 3.1 प्रतिशत है।

पापुआ न्यू गिनी की लगभग 32 प्रतिशत आबादी काथलिक है, जिनकी संख्या लगभग 2 मिलियन है।
तिमोर-लेस्ते में काथलिकों की बहुलता है, जहाँ कुल आबादी का लगभग 96 प्रतिशत संख्या काथलिकों की है, यानी 10 लाख से अधिक लोग काथलिक हैं।
सिंगापुर में लगभग 395,000 काथलिक रहते हैं, जो पूरी जनसंख्या का लगभग 3 प्रतिशत है।