पोप फ्राँसिस अपनी 45वीं प्रेरितिक यात्रा के पूर्व बेघर लोगों से मिले
पोप फ्राँसिस इंडोनेशिया, पापुआ न्यू गिनी, तिमोर-लेस्ते और सिंगापुर की अपनी प्रेरितिक यात्रा शुरू कर चुके हैं, वे रोम के फ्यूमिचिनो हवाई अड्डे से उड़ान भरे।
पोप जब विदेश में अपनी 45वीं प्रेरितिक यात्रा शुरू कर रहे हैं उनका विमान रोम के फ्यूमिचिनो हवाई अड्डे से शाम 5:32 बजे रवाना हुआ।
एशिया और ओशिनिया के चार देशों की 12 दिवसीय यात्रा संत पेत्रुस के उत्तराधिकारी के रूप में पोप फ्रांसिस की अब तक की सबसे लंबी यात्रा होगी।
वाटिकन के प्रेरितिक आवास संत मर्था से प्रस्थान करने से पहले, पोप ने 15 बेघर लोगों से मुलाकात की, जिन्हें वाटिकन के परोपकारी सेवा विभाग द्वारा सहायता प्रदान की जाती है।
वाटिकन प्रेस कार्यालय के अनुसार, कार्डिनल कोनराड क्राएस्की ने पोप से मुलाकात में दल की आगुवाई की।
एक बयान में कहा गया कि "लगभग पंद्रह बेघर व्यक्ति, जिनमें पुरुष और महिलाएँ दोनों शामिल थे, पोप के भिक्षा दान विभाग के अध्यक्ष कार्डिनल कोनराड क्राएस्की के साथ, एशिया और ओशिनिया की प्रेरितिक यात्रा पर रवाना होने से पहले संत मर्था आवास में पोप फ्राँसिस से मिले।"
संक्षिप्त मुलाकात के बाद संत पापा कार से हवाई अड्डा की ओर प्रस्थान किये और दूसरे दिन स्थानीय समय अनुसार पूर्वाहन 11:30 बजे जकार्ता पहुँचे।
पोप फ्राँसिस ने प्रस्थान करते समय इटली के राष्ट्रपति सर्जियो मत्तरेल्ला को एक तार संदेश भेजा। "मैं इंडोनेशिया, पापुआ न्यू गिनी, तिमोर-लेस्ते और सिंगापुर की अपनी प्रेरितिक यात्रा पर निकलनेवाला हूँ, जो हमारे विश्वासी भाइयों और बहनों तथा मानवीय एवं आध्यात्मिक मूल्यों से समृद्ध इन देशों में उन सभी लोगों से मिलने की इच्छा से प्रेरित है, जिन्होंने कठिन समय और परिस्थितियों में भी एकजुटता, एकता एवं संवाद की गवाही दी है, मैं शांति और समृद्धि की हार्दिक आशा के साथ यह यात्रा कर रहा हूँ, मैं आपको, श्रीमान राष्ट्रपति और प्रिय इटलीवासियों को अपनी शुभकामनाएँ देता हूँ।"