पोप ने गज़ा में हिंसा, भूख से मर रहे नागरिकों के प्रति गंभीर चिंता व्यक्त की

पोप लियो 14वें ने विश्वभर में युद्ध पीड़ितों के लिए अपील की तथा गज़ा की जनता के लिए विशेष चिंता व्यक्त की, जहाँ उन्होंने बंधकों की रिहाई तथा मानवीय कानून के पूर्ण सम्मान के लिए प्रार्थना की।

देवदूत प्रार्थना के उपरांत पोप ने कहा, “मैं गज़ा में गंभीर मानवीय स्थिति पर गहरी चिंता व्यक्त कर रहा हूँ, जहाँ नागरिक भूख से त्रस्त हैं और हिंसा एवं मौत के खतरे में है। मैं युद्धविराम, बंधकों की रिहाई और मानवीय कानूनों के पूर्ण सम्मान के लिए अपनी हार्दिक अपील दोहराता हूँ।

प्रत्येक व्यक्ति में ईश्वर प्रदत्त एक अंतर्निहित गरिमा होती है: मैं सभी संघर्षरत पक्षों से आग्रह करता हूँ कि वे इस गरिमा को पहचानें और इसके विरुद्ध कोई भी कार्य न करें। मैं उनसे आग्रह करता हूँ कि वे सभी लोगों के लिए शांति के भविष्य के लिए बातचीत करें और ऐसी हर चीज को अस्वीकार करें जो इसे खतरे में डाल सकती है।

पोप ने संघर्षों के निर्दोष पीड़ितों और उन सरकारों को शांति की रानी मरियम को सिपूर्द दिया, जिनके पास युद्ध समाप्त करने की शक्ति है।

थाईलैंड-कंबोडिया सीमा पर संघर्षों में फंसे लोगों के लिए प्रार्थना
पोप ने थाईलैंड-कंबोडिया सीमा पर संघर्षों में फंसे लोगों को भी याद किया, “दुनियाभर में संघर्ष और हिंसा से पीड़ित सभी लोगों के प्रति मेरी संवेदना है। मैं विशेष रूप से थाईलैंड-कंबोडिया सीमा पर संघर्षों में फंसे लोगों, खासकर, बच्चों और विस्थापित परिवारों के लिए प्रार्थना करता हूँ। शांति के राजकुमार सभी को संवाद और मेल -मिलाप की दिशा में प्रेरित करें।”

उसके बाद संत ने दक्षिणी सीरिया की याद करते हुए हिंसा के पीड़ितों के लिए प्रार्थना की।

दादा-दादी और बुजुर्गों का पाँचवाँ विश्व दिवस
विश्व नाना-नानी दिवस की याद कर पोप ने कहा, “आज हम दादा-दादी और बुजुर्गों का पाँचवाँ विश्व दिवस मना रहे हैं, जिसकी विषयवस्तु है: "धन्य हैं वे लोग जिन्होंने आशा नहीं खोई।" आइए हम दादा-दादी और बुजुर्गों को आशा के साक्षी के रूप में देख रहे हैं, जो आनेवाली पीढ़ियों का मार्ग प्रशस्त कर सकते हैं। आइए, हम उन्हें न त्यागें, बल्कि उनके साथ प्रेम और प्रार्थना का संबंध बनाएँ।

वाटिकन रेडियो के पत्रकारों को पोप का अभिवादन
तत्पश्चात् संत पेत्रुस महागिरजाघर के प्राँगण से सीधा प्रसारण कर रहे वाटिकन रेडियो के पत्रकारों को सम्बोधित करते हुए पोप ने कहा, “मैं वाटिकन रेडियो/वेटिकन न्यूज़ का अभिवादन करता हूँ, जिन्होंने जयंती वर्ष के दौरान श्रद्धालुओं और तीर्थयात्रियों के और करीब रहने के लिए, बर्निनी के स्तंभ के नीचे, लोस्सेरवातोरे रोमानो के साथ, एक छोटा स्टेशन खोला है। इतनी सारी भाषाओं में आपकी सेवा के लिए धन्यवाद, जिससे पोप की आवाज दुनिया तक पहुँचती है। और उन सभी पत्रकारों का भी धन्यवाद जो शांति और सत्य के संचार में योगदान देते हैं।”

इसे बाद पोप ने रोम, इटली तथा विश्व के विभिन्न हिसों से आये सभी तीर्थयात्रियों का अभिवादन किया। उन्होंने नाना-नानी एवं बुजूर्गों तथा युवाओं का विशेष रूप से अभिवादन किया।

जयन्ती मनाने के लिए रोम में एकत्रित युवा
जयन्ती मनाने के लिए रोम में एकत्रित युवाओं को सम्बोधित कर उन्होंने कहा, मैं "युवाओं की जयंती" के लिए रोम में एकत्रित विभिन्न देशों के युवाओं का विशेष स्नेह के साथ अभिवादन करता हूँ। मुझे आशा है कि यह आप सभी के लिए मसीह से मिलने और उनके द्वारा अपने विश्वास और निरंतर उनके अनुसरण की प्रतिबद्धता को मजबूत करने का एक अवसर होगा।

"फिउमारोला" की माता मरियम का जुलूस
अंत में, पोप ने माता मरियम की शोभा यात्रा में भाग लेनेवालों को प्रोत्साहित करते हुए कहा, आज रात, तिबर नदी पर "फिउमारोला" की माता मरियम का जुलूस निकाला जाएगा: इस खूबसूरत मरियम परंपरा में भाग लेनेवाले लोग येसु की माता से अपने दैनिक जीवन में सुसमाचार का पालन करना सीखें! मैं सभी को रविवार की शुभकामनाएँ देता हूँ!”