आइए, हम युद्ध पीड़ित देशों के लिए एक साथ प्रार्थना करें, पोप फ्राँसिस

पोप फ्राँसिस ने आगमन के पहले रविवार याने 1 दिसंबर को शोसल मीडिया के प्लेटफॉर्म एक्स पर युद्ध से पीड़ित देशों के लिए युद्धविराम एवं शांति हेतु प्रार्थना करने की अपनी अपील को नवीवीकृत किया।

पोप फ्राँसिस ने आगमन के पहले रविवार याने 1 दिसंबर को वाटिकन के संत पेत्रुस महागिरजाघऱ के प्रांगण में उपस्थित विश्वासियों और देश विदेश से रोम आये तीर्थयात्रियों के साथ मिलकर देवदूत प्रार्थना का पाठ करने से पूर्व संत लूकस के सुसमाचार से लिये गये पाठ पर संदेश दिया और देवदूत प्रार्थना के पश्चात युद्ध से पीड़ित देशों के लिए युद्धविराम एवं शांति हेतु प्रार्थना करने की अपनी अपील को नवीवीकृत किया।

इसी के मद्देनजर पोप ने शोसल मीडिया के प्लेटफॉर्म एक्स पर चार संदेश लिखाः

पहला संदेश : “आज के सुसमाचार (लूकस 21:25-28,34-36) में, येसु हमें पृथ्वी की चीज़ों को बेहतर ढंग से समझने के लिए स्वर्ग की ओर देखने के लिए आमंत्रित करते हैं।”

दूसरा संदेश : “मुझे उम्मीद है कि लेबनान में शांति की जो किरण खुली है, वह सभी अन्य मोर्चों पर युद्ध विराम की ओर ले जाएगी, खासकर गाजा में। मैं इजरायली बंधकों की रिहाई और थके हुए फिलिस्तीनी लोगों को मानवीय सहायता पहुँचाने के बारे में गहराई से चिंतित हूँ।”

तीसरा संदेश : “आइए, हम सीरिया के लिए एक साथ प्रार्थना करें, जहाँ दुर्भाग्य से युद्ध फिर से शुरू हो गया है, जिससे कई लोग पीड़ित हुए हैं। मैं सीरिया में कलीसिया के बहुत करीब हूँ।”

चौथा संदेश : “शांति की खोज हर किसी की ज़िम्मेदारी है। अगर युद्ध की भयावहता के प्रति स्तब्धता और उदासीनता हावी हो जाती है, तो पूरा मानव परिवार हार जाता है! आइए, हम यूक्रेन के लिए प्रार्थना करने से न थकें, जो इतनी बुरी तरह पीड़ित है और शांति के उपहार के लिए ईश्वर से प्रार्थना करते रहें।”