मांडले धर्माध्यक्ष का बेघर लोगों के संग निकटता

म्यांमार मांडले प्रांत के धर्माध्यक्ष मार्को टीन विन ने भूकंप पीड़ितों के संग अपनी सहचर्य और निकटता प्रकट करते हुए सप्ताह भर लोगों के संग सड़कों में सोकर बीताया।
मांडले के धर्माध्यक्ष मार्को टिन विन ने भूकंम प्रभावित लोगों के संग अपनी एकात्मकता के भाव व्यक्त करते हुए गुलाबी मच्छड़दानी के नीचे, उत्तरी म्यांमार के पवित्र हृदय महागिरजाघर परिसर में, सड़कों में सप्ताह भर सोकर अपनी रेवाड़ का साथ दिया है।
म्यांमार के लोग जो हाल ही आये भयंकर भूकंप के कारण भिन्न तरह की कठिनाइयों का सामना करते हुए विस्थापित लोगों की तरह जीवन व्यतीत करने को वाध्य हैं, अपने चरवाहे के प्रेम और उनकी एकात्मकता का अनुभव कर रहे हैं। घरों को खोये लोगों की भीड़ जो कलीसिया के अहाते में जमा होती है, धर्माध्यक्ष मार्को उनके संग गर्मी और मच्छरों का सामना करते हुए सड़कों में बाहर सोते हैं।
स्थानीय समाचारों के अनुसार रात में धर्माध्यक्ष विस्थापित लोगों के साथ सड़क पर सोते हैं, वहीं दिन में वे उन परिवारों को सांत्वना देने के लिए जाते जिन्होंने अपने प्रियजनों को खो दिया है। यह वह दृश्य है जो 28 मार्च को म्यांमार में हुए विनाशकारी भूकंप के बाद काथलिक जीवन समुदाय का प्रेरितिक साक्ष्य प्रस्तुत करता है।
धर्माध्यक्ष ने आपातकालीन स्थिति से निपटने के लिए “मांडले कथालिक आपातकलीन सुरक्षा दल” तैयार किया है जो धर्मप्रांत के भिन्न स्थानों में जाते हुए स्थिति का जायजा लेते और जरुरतमंद लोगों को सहायता पहुंचाने की कोशिश करते हैं।
सहायता दल ने भूकंप के बाद की स्थिति के बारे में ताजा जानकारी देते हुए कहा “तात्काल उन लोगों की देखभाल करने की जरुरत है जो बेघर हो गये हैं, जो बिना रोजगार के, बिना किसी जीवन निर्वाह की संभावना के रह गये हैं।” ऐसा लगता है कि लाशों की गिनती लगभग पूरी तरह से समाप्त हो गई है।” स्वयंसेवकों का दल, लोगों की स्थिति के अनुरूप उन्हें दवाइयाँ, अस्थायी आश्रय, व्यक्तिगत स्वच्छता के उपयोगी समानों को वितरण करने की कोशिश में लगे हैं।
स्वयंसेवी दलों के संग स्वयं महाधर्माध्यक्ष भूकंप पीड़ित लोगों के लिए कार्य करने में लगे हैं। वे लोगों के बीच में जाते हुए उनके संग वार्ता करते और उनके लिए प्रार्थना करते हुए उन्हें सांत्वना और दृढ़ देते हैं जो एक सच्चे चरवाहे का साक्ष्य प्रस्तुत करता है। महाधर्मप्रांत के उप धर्माध्यक्ष मान्यवर क्यू मंग ने फिदेस समाचार को बतलाया,“यह पीड़ा एक गहन अंतरधार्मिक संवाद के लिए भी एक अवसर उत्पन्न करती है, क्योंकि अपने प्रांत में हम बौद्ध धर्मावलंबियों की बहुताय है।
इस बीच, मांडले में स्थिति की जांच की जा रही है और कलीसिया तथा प्रेरिताई हेतु उपयोग में लाये जाने वालों इमारतों के नुकसान पर विस्तृत जानकारी हासिल की जा रही है। मांडले में पुरोहितों का निवास रहने योग्य नहीं है, जैसे कि महाधर्माध्यक्षीय अवास और योहन पौल शिक्षण संस्थान। गिरजाघरों में, मांडले का पवित्र हृदय का महागिरजाघर काफी क्षतिग्रस्त हो गया है। दूसरों को लाभान्वित करने वाली संरचनाओं में, मदर टेरेसा के घर को खाली कर दिया गया है, जहाँ बीमारों का स्वागत किया जाता था।
मौजूदा स्थिति को देखते हुए नये धर्माध्यक्ष ऑगस्टीन थांग ज़ावम का धर्माध्यक्षीय अभिषेक का समारोह पास के राज्य चिन में 27 अप्रैल को समपन किया जायेगा।