पोप फ्राँसिस ने यूनिसेफ प्रमुख कैथरिन रसेल से मुलाकात की

विश्व बाल दिवस के कार्यक्रमों के बीच पोप फ्राँसिस ने यूनिसेफ की कार्यकारी निदेशक कैथरिन रसेल से मुलाकात की और दोनों ने युद्ध और आपदाओं से दुनियाभर में पीड़ित बच्चों की सुरक्षा पर चर्चा की।

पोप फ्राँसिस ने यूनिसेफ की कार्यकारी निदेशक कैथरिन रसेल से रविवार को मुलाकात की।  

यूनिसेफ संयुक्त राष्ट्र बाल कोष है और दुनिया के सबसे जरूरतमंद बच्चों और युवाओं के अधिकारों को बचाने एवं उनकी रक्षा के लिए 190 से अधिक देशों और क्षेत्रों में काम करता है।

यूनिसेफ द्वारा जारी एक बयान में बतलाया गया है कि रसेल ने उसी दिन रोम में अपनी तीन दिवसीय यात्रा समाप्त की, जिसमें उन्होंने रोम में वाटिकन द्वारा आयोजित प्रथम विश्व बाल दिवस में भाग लिया।

शनिवार को रसेल ने रोम के ओलंपिक स्टेडियम में पोप फ्रांसिस और दुनिया भर से - युद्धग्रस्त देशों सहित - माता-पिता, स्थानीय मशहूर हस्तियों और सैकड़ों यूनिसेफ स्वयंसेवकों के साथ-साथ हजारों बच्चों के साथ शामिल हईं। कार्यक्रम के दौरान, कार्यकारी निदेशक ने स्टेडियम में मौजूद बच्चों और दुनिया भर से इसे देख रहे लोगों से एक अधिक शांतिपूर्ण, न्यायसंगत और रहने योग्य दुनिया बनाने में मदद करने का आग्रह किया।

उन्होंने दस बच्चों और फादर एंज़ो फोर्तुनातो के साथ रविवार को वाटिकन में पोप फ्राँसिस से मुलाकात की और उन्हें डेमोक्रेटिक रिपब्लिक ऑफ कांगो के बच्चों द्वारा बनाई गई दो पेंटिंग भेंट की, रसेल और पोप दोनों ने हाल के वर्षों में संघर्षग्रस्त देशों का दौरा किया है, जहां बच्चों को भारी पीड़ा झेलनी पड़ रही है।

मुलाकात के दौरान रसेल ने "उदासीनता के वैश्वीकरण" के खिलाफ पोप फ्रांसिस की निरंतर चेतावनियों को याद किया, जबकि उन्होंने सभी से "बच्चों के अधिकारों और उनके कल्याण के प्रति उदासीनता या उपेक्षा को शांति, दया और देखभाल के वैश्वीकरण में हर जगह बदलने का आग्रह किया।"

इस बात पर ज़ोर देते हुए कि सभी संघर्षों और आपदाओं में, बच्चे सबसे पहले और "सबसे ज़्यादा" पीड़ित होते हैं, उन्होंने कहा कि हमें उनकी आवाज़ सुननी चाहिए।

उन्होंने जोर देकर कहा, "जब बच्चों को मारा जा रहा हो, उन्हें नुकसान पहुँचाया जा रहा हो और उन्हें उनके भविष्य से वंचित किया जा रहा हो, तो हम खुश नहीं रह सकते।"

लगभग 400 मिलियन बच्चे, यानी हर पांच में से एक बच्चा, गाजा, हैती, कांगो लोकतांत्रिक गणराज्य, सूडान, यूक्रेन और यमन जैसे संघर्षरत क्षेत्रों में रह रहे हैं या वहाँ से भाग रहे हैं।

इस बीच, 1 अरब से अधिक बच्चे वर्तमान में उन देशों में रहते हैं जो जलवायु परिवर्तन के प्रभावों से 'अत्यंत खतरे' में हैं।

अपनी यात्रा के पहले दिन यूनिसेफ की कार्यकारी निदेशक ने इटली के राष्ट्रपति सेरजो मतरेला से मुलाकात की और दुनियाभर में कमजोर बच्चों की सुरक्षा के बेहतर उपायों पर चर्चा की, जिसमें मानवीय आपदा पीड़ित बच्चे और प्रवासी एवं शरणार्थी बच्चे शामिल थे।

रसेल की यात्रा इस वर्ष इटली में यूनिसेफ की राष्ट्रीय समिति द्वारा 50 वर्षों की सेवा और धन उगाहने के प्रयासों के स्मरणोत्सव के साथ हुई। यात्रा के दौरान, रसेल ने दुनिया भर के बच्चों की ओर से यूनिसेफ के काम के लिए लंबे समय से समर्थन देने के लिए इटली की सरकार और लोगों को धन्यवाद दिया।