जकार्ता में पाँचवाँ तलिथा कुम एशिया सम्मेलन आयोजित

26 से 30 अगस्त, 2025 तक, तलिथा कुम एशिया ने जकार्ता में अपना पाँचवाँ क्षेत्रीय सम्मेलन आयोजित किया, जिसकी मेजबानी तलिथा कुम इंडोनेशिया ने की, जिसका विषय था "कार्य में करुणा: मानव तस्करी का अंत"।

तलिथा कुम मानव तस्करी के विरुद्ध कार्यरत कैथोलिक धर्मबहनों का एक अंतर्राष्ट्रीय नेटवर्क है।

16 देशों के 60 से अधिक प्रतिनिधि, जिनमें कैथोलिक धर्मबहनें, उत्तरजीवी अधिवक्ता, युवा नेता और सहयोगी शामिल थे, प्रार्थना, संवाद और चिंतन में एकत्रित हुए।

सम्मेलन में लचीलेपन के प्रमाण, सार्थक पैनल चर्चाएँ और नई प्रतिबद्धताएँ प्रदर्शित हुईं, जिससे एकजुटता गहरी हुई और एशिया तथा उसके बाहर मानव तस्करी से निपटने के सामूहिक संकल्प को बल मिला।

एक प्रतिभागी ने कहा: "इस सम्मेलन ने आशा की एक किरण प्रदान की। साथ मिलकर, हमने जीवन की रक्षा करने, सम्मान बहाल करने और यह सुनिश्चित करने की अपनी साझा ज़िम्मेदारी की पुष्टि की कि तस्करी के विरुद्ध लड़ाई में कोई भी पीछे न छूटे।"

एक अन्य ने कहा: "हम आशा और एकता के इस मिलन के लिए आभारी हैं। हम स्वतंत्रता और सम्मान के लिए मिलकर काम करने के लिए नए साहस और करुणा के साथ आगे बढ़ते हैं।"

फिलीपींस स्थित एशियाई विकास बैंक के अनुसार, मानव तस्करी एशिया में लगातार फैल रही है। यह एक सीमाहीन अपराध बना हुआ है, जिसमें एशिया-प्रशांत क्षेत्र में पुरुषों, महिलाओं और बच्चों को खतरनाक और शोषणकारी परिस्थितियों में धकेला जाता है।

आपराधिक नेटवर्क तस्करी से लाभ कमाते हैं, लेकिन सरकारें, धर्म-आधारित संगठन और गैर-सरकारी संगठन, जिनमें तलिथा कुम भी शामिल है, इस आधुनिक गुलामी का विरोध करने और इसे खत्म करने के लिए सक्रिय रूप से काम कर रहे हैं।