गाज़ा के लोगों के प्रति कार्डिनल पिज़्ज़ाबल्ला की एकात्मता
ये रूसालेम में लातीनी रीति के काथलिक प्राधिधर्माध्यक्ष कार्डिनल पियरबतिस्ता पित्साबाल्ला ने गुरुवार को, 07 अक्टूबर के बाद से पहली बार, युद्ध से घिरे गाज़ा पट्टी में लोगों के प्रति कलीसिया की एकात्मता और समर्थन व्यक्त किया।
कार्डिनल पित्साबाल्ला के साथ गाज़ा की भेंट के वसर पर माल्टा के संप्रभु आदेश के ग्रैंड हॉस्पिटैलर फादर आलेस्सान्द्रो दे फ्रांसिस्किस और फादर गाब्रिएल रोमानेल्ली, गाज़ा के पल्ली पुरोहित और एक छोटा प्रतिनिधिमंडल मौजूद था।
येरूसालेम में लातीनी रीति की काथलिक प्राधिधर्माध्यक्षीय पीठ द्वारा जारी एक बयान के अनुसार, "उन्होंने पीड़ित आबादी को प्रोत्साहित करने और आशा, एकजुटता और समर्थन का संदेश देने के लिए उनसे मुलाकात की।"
इसमें कहा गया है, "कार्डिनल महोदय ने स्थानीय समुदाय के साथ पल्ली गिरजाघर में ख्रीस्तयाग की अध्यक्षता की तथा सन्त पोरफिरियुस ऑरथोडोक्स गिरजाघर की भी भेंट की।।"
बयान के अनुसार, गाज़ा में प्राधिधर्माध्यक्ष कार्डिनल पित्साबाल्ला की प्रेरितिक यात्रा जैरूसालेम में लातीनी रीति की काथलिक प्राधिधर्माध्यक्षीय पीठ के संग इंटरनेशनल साझेदारों और सॉवरेन ऑर्डर ऑफ माल्टा के संयुक्त मानवीय मिशन का पहला चरण है, जिसका लक्ष्य गाज़ा के पीड़ितों को भोजन और चिकित्सा प्रदान कर जीवन की रक्षा करना है।
प्राधिधर्माध्यक्षीय पीठ द्वारा जारी एक वीडियो संदेश में, कार्डिनल पित्साबाल्ला ने कहा, 'बहुत समय से मेरे मन में उनसे मिलने की इच्छा रही थी। आख़िरकारमुझे यह अवसर मिला जिससे मैं बहुत खुश हूं।"
उन्होंने बताया कि यात्रा का उद्देश्य "सबसे पहले गाज़ा के लोगों के साथ रहना, उनका आलिंगन करना, उनका समर्थन करना, उनकी स्थितियों को सत्यापित करना और यह समझने की कोशिश करना कि उन्हें सुधारने के लिए क्या किया जा सकता है तथा हर संभव तरीके से उनकी मदद करना है।"
कार्डिनल पित्साबाल्ला ने सभी ख्रीस्तीयों से अनुरोध किया कि वे गाज़ा के ईसाई समुदाय के साथ प्रार्थना में शामिल होवें ताकि सर्वत्र शांति स्थापित हो सके।