अमरीकी काथलिक धर्माध्यक्षों की प्रार्थना सभी नेताओं के लिये
संयुक्त राज्य अमरीका के काथलिक धर्माध्यक्षीय सम्मेलन के अध्यक्ष ने वाटिकन मीडिया से बातचीत में सभी रूपों में मानव व्यक्ति की गरिमा की रक्षा करने में अमरीकी कलीसया की प्रतिबद्धता को रेखांकित किया और कहा कि काथलिक कलीसिया किसी भी राजनैतिक दल की अभिव्यक्ति नहीं है।
लक्ष्यः आम भलाई
संयुक्त राज्य अमरीका के 47वें राष्ट्रपति रूप में डोनाल्ड ट्रम्प के चुनाव के बाद, महाधर्माध्यक्ष तिमोथी ब्रोलियो ने घोषणा की कि काथलिक धर्माध्यक्ष आम भलाई को बढ़ावा देने के लिए सभी निर्वाचित राजनेताओं के साथ सहयोग करने के लिए तैयार हैं।
उन्होंने कहा, "ख्रीस्तीय धर्म के अनुयायी होने के नाते तथा अमरीका के नागरिक होने के नाते हमारा कर्तव्य है कि हम उदारता की भावना से और सभ्यता के साथ आपसी सम्मान को बढ़ावा दें, साथ ही उन लोगों के साथ बातचीत में शामिल होवें जो हमसे अलग सोच रखते हैं।"
गर्भपात पर राजनीतिक बहस के संबंध में महाधर्माध्यक्ष ब्रोलियो ने रेखांकित किया कि अमरीका के काथलिक धर्माध्यक्ष हमेशा सभी लोगों के अधिकारों की रक्षा करेंगे, यहां तक कि अजन्मे शिशुओं के अधिकारों की भी।
डॉनल्ड ट्रम्प की जीत पर टीका करते हुए महाधर्माध्यक्ष ने कहा, "मैं राष्ट्रपति ट्रम्प और राष्ट्रीय तथा स्थानीय स्तर पर चुने गए सभी राजनेताओं को अपनी व्यक्तिगत बधाई देता हूं। अब चुनावी अभियान से हटकर देश पर शासन करने की ओर बढ़ने का समय आ गया है। हम आश्वस्त हैं कि एक सरकार से दूसरी सरकार में पारगमन शांतिपूर्ण ढंग से होगा।"
कलीसिया किसी राजनीतिक दल की अभिव्यक्ति नहीं
महाधर्माध्यक्ष ब्रोलियो ने इस तथ्य पर बल दिया कि काथलिक कलीसिया और काथलिक धर्माध्यक्षीय सम्मेलन किसी भी राजनीतिक दल की अभिव्यक्ति नहीं हैं, भले ही कोई भी व्हाइट हाउस में बैठे कलीसिया अपनी धर्मशिक्षा के प्रति वफादार रहती है। उन्होंने कहा, "धर्माध्यक्ष रूप में हम आम भलाई के उद्देश्य से सभी निर्वाचित राजनीतिक प्रतिनिधियों के साथ काम करने के लिए तैयार हैं। यह हमारा सौभाग्य है कि हम खुशहाली से संपन्न राष्ट्र हैं और इसलिये हमारा कर्तव्य है कि हम अपनी राष्ट्रीय सीमाओं से परे भी दूसरों की देखभाल करें। हम प्रार्थना करते हैं कि नवनिर्वाचित राष्ट्रपति ट्रम्प और सभी राजनीतिक नेता देश और उसके नागरिकों की सेवा करने के लिए अपनी जिम्मेदारियों के अनुसार कार्य करेंगे।"
उन्होंने राष्ट्र की संरक्षिका, मरियम की मध्यस्थता की प्रार्थना की ताकि पवित्र कुँवारी माता मरियम सामान्य भलाई की खोज में हमारा मार्गदर्शन करें और हम प्रत्येक मानव व्यक्ति की गरिमा का सम्मान कर सकें, विशेष रूप से, उन लोगों का जो सबसे कमज़ोर हैं, अजन्मे हैं, ग़रीब हैं, आप्रवासी और शरणार्थी हैं, बुजुर्ग और अशक्त हैं।
नवराष्ट्रपति ट्रम्प के चुनाव के बारे में उन्होंने कहा, हमारी पहली चिंता मानव व्यक्ति की गरिमा की सुरक्षा से संबंधित है। हम आश्वस्त हैं कि सृष्टि के प्रारम्भ से मनुष्य ईश्वर के प्रतिरूप और समानता में रचा गया है, इसलिये मानव की अखण्डता और प्रतिष्ठा को बरकरार रखा जाना आवश्यक है।