उत्तर प्रदेश राज्य की सबसे बड़ी अदालत ने फैसला सुनाया है कि बाइबिल बांटना या किसी धर्म का प्रचार करना कोई आपराधिक अपराध नहीं है। कोर्ट ने राज्य पुलिस की आलोचना करते हुए कहा कि उसने कुछ ईसाइयों के खिलाफ जबरन धर्म परिवर्तन का एक बेबुनियाद मामला दर्ज किया था।