पोप: प्रसन्न हृदय से गरीबों की सहायता करें
अमेरिका के पोंटिफिकल मिशनरी कार्यों के वियतनामी दानदाताओं के एक दल से मुलाकात में, पोप फ्राँसिस ने अमेरिका में रह रहे वियतनाम के कई काथलिक प्रवासियों के "दृढ़ विश्वास" पर प्रकाश डाला।
पोप फ्राँसिस ने परमधर्मपीठीय मिशनरी कार्यों के दानदाताओं के एक समूह को संबोधित करते हुए "समाज के हाशिये पर रहनेवाले लोगों" का समर्थन करने की खुशी पर जोर दिया। वियतनामी मूल के और अब अमेरिका में रहनेवाले प्रतिनिधिमंडल रोम की तीर्थयात्रा पर हैं और गुरुवार को वाटिकन के कंसिस्टरी हॉल में पोप फ्रांसिस ने उनका स्वागत किया।
हर जगह येसु का प्रचार करना
पोप ने पवित्र द्वार के आगामी उद्घाटन और जयंती वर्ष की शुरुआत के बारे में बात की, अपनी आशा व्यक्त करते हुए कहा कि यह पवित्र समय "प्रभु येसु मसीह के साथ सच्चे और व्यक्तिगत मुलाकातों" का अवसर बनेगा। पोप के दस्तावेज़ स्पेस नॉन कोनफुंदित का हवाला देते हुए, उन्होंने दल को याद दिलाया कि येसु को "हमेशा, हर जगह और हर किसी के लिए हमारी आशा के रूप में" घोषित किया जाना चाहिए।
कलीसिया के मिशनरी कार्य का समर्थन
पोप ने उपस्थित लोगों के प्रयासों की सराहना की, तथा "विश्वव्यापी कलीसिया के मिशनरी और परोपकारी कार्यों का समर्थन करने" के प्रति उनकी प्रतिबद्धता की प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि ये प्रयास विश्वास की मूर्त अभिव्यक्तियाँ हैं जो सुसमाचार के संदेश को "दुनिया भर में हमारे कई भाइयों और बहनों" तक पहुँचाने में मदद करती हैं।
खुशी से भरी सहायता
कलीसिया के शुरुआती दिनों को याद करते हुए, पोप फ्राँसिस ने एक ऐसे समुदाय को याद किया जहाँ लोग "एक दूसरे का समर्थन करते थे।" उन्होंने कहा कि आज भी, ख्रीस्तीयों को "हमारे बीच सबसे कमज़ोर लोगों की देखभाल करने के लिए प्रभु के आदेश का पालन करने" के लिए कहा जाता है। उन्होंने उन्हें "खुशी दिल और मुस्कुराते चेहरों के साथ" ज़रूरतमंदों की सहायता करने के लिए प्रोत्साहित किया।
विश्वास उदारता को प्रेरित करती है
अंत में, पोप ने कई वियतनामी काथलिकों के "दृढ़ विश्वास" की प्रशंसा की, जो अमेरिका में प्रवासी हैं। उन्होंने इसे "प्रेरणा का अनमोल स्रोत" बताया, जिससे उनकी "ख्रीस्तीय समुदायों का समर्थन" करने की इच्छा जागृत हुई, यहाँ तक कि उन समुदायों का भी जो अपने पैतृक मातृभूमि से दूर हैं।