हमलावरों ने अपहृत नाईजीरियाई सेमिनरी छात्रों के लिए फिरौती की मांग की

हमलावरों ने अपहृत नाईजीरियाई सेमिनरी छात्रों के लिए फिरौती की मांग की। हथियारबंद अपराधी जिन्होंने नाईजीरिया के सेमिनरी में हमला किया था, अब औची धर्मप्रांत से सम्पर्क कर तीन अपहृत सेमिनरी छात्रों के लिए फिरौती की मांग कर रहे हैं।
दक्षिणी नाइजीरिया के औची धर्मप्रांत का कहना है कि तीन सेमिनरी छात्रों को बंधक बनानेवाले अपहरणकर्ताओं ने उनसे संपर्क किया है और छात्रों की सुरक्षित वापसी के लिए फिरौती की मांग की है।
14-17 वर्ष की आयु के इन सेमिनरी छात्रों को गुरुवार, 10 जुलाई को नाइजीरिया के इविआनोकपोडी स्थित इमाकुलेट कॉन्सेप्शन माइनर सेमिनरी पर हुए हमले के दौरान बंदूकधारियों ने अगवा कर लिया। हमले के दौरान स्कूल में तैनात नागरिक सुरक्षा दल के सदस्य, क्रिस्टोफर अवेनेघीमे नामक एक सुरक्षा गार्ड की मौत हो गई।
औची के धर्माध्यक्ष गाब्रिएल डूनिया ने वाटिकन की फिदेस समाचार एजेंसी को बताया, "सेमिनरी छात्र अभी भी अपने अपहरणकर्ताओं के कब्जे में हैं," जो धर्मप्रांत के संपर्क में हैं। उन्होंने कहा, "बातचीत अभी भी जारी है।"
बिशप डूनिया ने काथलिक सहायता एजेंसी एड टू द चर्च इन नीड को दिए एक बयान में और जानकारी देते हुए कहा कि हमलावर उत्तरी नाइजीरिया के फुलानी जातीय समूह के सदस्य माने जा रहे हैं।
उन्होंने कहा, "वे बड़ी संख्या में आए थे और उन्हें रोकना नामुमकिन था। हमें नहीं पता कि वे क्या चाहते हैं, लेकिन हम ख्रीस्तीय समुदायों और संस्थानों पर हमलों को बढ़ते देख रहे हैं।"
धर्माध्यक्ष डूनिया ने एसीएन को बताया कि शेष सेमिनरी छात्रों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाया गया है, जहाँ वे अपनी वार्षिक परीक्षाएँ दे रहे हैं। छात्रों के वापस लौटने की उम्मीद तब तक नहीं है जब तक सुरक्षा उपाय कड़े नहीं कर दिए जाते और स्कूल के चारों ओर सुरक्षा घेरा नहीं लगा दिया जाता।
सहायता की अपील
एसीएन को दिए अपने बयान में, धर्माध्यक्ष ने कहा कि कलीसिया ने नाइजीरियाई अधिकारियों से सहायता की अपील की है। उन्होंने कहा, "हम नागरिक सरकार से घटनास्थल पर आने का अनुरोध कर रहे हैं।" हालाँकि, सरकार के आश्वासन के बावजूद, "अभी तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई है।"
उन्होंने सभी से सहायता की अपील करते हुए कहा, "हरेकजन, हर व्यक्ति से, हमारी सहायता के लिए आगे आने की अपील करते हैं, हमारे लिए प्रार्थना करने, किसी भी तरह से हमारी मदद करने, चाहे वह भौतिक, आध्यात्मिक या मानवीय ही क्यों न हो - जिससे हमें असुरक्षा को कम करने में मदद मिले," और "हमारे स्थानीय प्रयास भारी पड़ रहे हैं।"
इमाकुलेट कॉन्सेप्शन सेमिनरी 500 से ज़्यादा छात्रों को प्रारंभिक पुरोहिती प्रशिक्षण प्रदान करती है। पिछले हफ्ते का हमला एक साल से भी कम समय में दूसरा हमला था: अक्टूबर में, बंदूकधारियों ने चैपल पर धावा बोल दिया था और रेक्टर, फादर थॉमस ओयोड का अपहरण कर लिया था, जिन्होंने सेमिनरी छात्रों की जगह खुद को बंधक बनाया था। और ग्यारह दिनों की कैद के बाद उन्हें रिहा कर दिया गया था।