पोप ने शांति के लिए प्रार्थना की एवं कैदियों के अधिकारों के लिए अपील दोहरायी

पोप फ्राँसिस ने होंडुरास में अभिन्न पारिस्थितिकी प्रेरितिक देखभाल के संस्थापक जुआन एंटोनियो लोपेज़ की हत्या पर गहरा दुःख व्यक्त किया, तथा युद्धरत देशों में पीड़ित लोगों के लिए निरंतर प्रार्थना करने की अपील की एवं जेल के कैदियों के अधिकारों का समर्थन किया।

संत पापा ने देवदूत प्रार्थना के उपरांत कहा, “मुझे यह जानकर बहुत दुःख हुआ कि ईश वचन के प्रतिनिधि, ट्रूजिलो धर्मप्रांत के सामाजिक प्रेरितिक देखभाल के समन्वयक तथा होंडुरास में समग्र पारिस्थितिकी की प्रेरितिक देखभाल के संस्थापक जुआन एंटोनियो लोपेज़ की होंडुरास में हत्या हो गई।”

हत्या की निंदा करते हुए उन्होंने कहा, “मैं उस कलीसिया के शोक में शामिल हूँ और सभी प्रकार की हिंसा की निंदा करता हूँ। मैं उन लोगों के करीब हूँ जो अपने मूल अधिकारों को कुचलते हुए देखते हैं और उन लोगों के भी करीब जो गरीबों और धरती की पुकार के जवाब में आम हित के लिए प्रतिबद्ध हैं।”

तत्पश्चात् संत पापा ने रोम तथा इटली एवं विश्व के विभिन्न हिस्सों से आये सभी तीर्थयात्रियों और पर्यटकों का अभिवादन किया।

कैदियों के अधिकारों की मांग
संत पापा ने कैदियों की स्थित के प्रति जागरूकता मार्च में भाग लेनेवालों का अभिवादन करते हुए कहा, “मैं कैदियों की स्थिति पर जागरूकता मार्च में भाग लेनेवाले सभी लोगों का अभिवादन करता हूँ। हमें इस तरह काम करना चाहिए कि कैदियों को सम्मानजनक स्थिति मिले।”

उन्होंने कहा, “कोई भी गलती कर सकता है। हिरासत में लिए जाने का मतलब है उसके बाद ईमानदारी से जीवन जीना।”

संत पापा ने अटैक्सिया रोगी दिवस के अवसर पर आए प्रतिनिधिमंडल और कास्टाग्नोला दी मास्सा संघ "ला पाल्मा" का भी अभिवादन किया।

उसके बाद संत पापा ने युद्धग्रस्त देशों के लोगों की याद करते हुए कहा, “भाइयो और बहनो, आइए हम शांति के लिए प्रार्थना करते रहें। दुर्भाग्य से, युद्ध के मोर्चों पर तनाव बहुत अधिक है। हम उन लोगों की आवाज़ सुनें, जो शांति की मांग करते हैं। हम यूक्रेन, फिलिस्तीन, इस्राएल, म्यांमार जैसे कई देशों को न भूलें जो युद्ध में हैं। हम शांति के लिए प्रार्थना करें।”

अंत में, उन्होंने अपने लिए प्रार्थना का आग्रह करते हुए सभी को शुभ रविवार की मंगलकामनाएँ अर्पित की।