जयंती वर्ष पर संत पापा की धर्मशिक्षा

वाटिकन स्थित सन्त पापा पौल षष्टम भवन में शनिवार 25 अक्टूबर को काथलिक कलीसिया के जयन्ती वर्ष के उपलक्ष्य में रोम आये तीर्थयात्रियों का सन्त पापा लियो 14 वें ने अभिवादन किया तथा कभी आशा का परित्याग न करने का सन्देश दिया।
वाटिकन सिटी

वाटिकन सिटी, शनिवार, 25 अक्टूबर 2025 (रेई वाटिकन रेडियो): वाटिकन स्थित सन्त पापा पौल षष्टम भवन में शनिवार 25 अक्टूबर को काथलिक कलीसिया के जयन्ती वर्ष के उपलक्ष्य में रोम आये तीर्थयात्रियों का सन्त पापा लियो 14 वें ने अभिवादन किया तथा कभी आशा का परित्याग न करने का सन्देश दिया।

निकोलस ऑफ कूज़ा
सन्त पापा ने कहा, "आशा के तीर्थयात्रियों के रूप में, हमें अपने कठिन समय को पुनरुत्थान के प्रकाश में देखना चाहिए। पंद्रहवीं शताब्दी के कार्डिनल निकोलस ऑफ कूज़ा भी एक अशांत युग में जीवन यापन कर रहे थे, जिसमें गंभीर आध्यात्मिक विभाजन थे। तथापि, तनावों के बावजूद, कार्डिनल निकोलस ने उस चीज़ की आशा की जिसे वह देख नहीं पा रहे थे और यह विश्वास व्यक्त किया कि ईश्वर एकता स्थापित कर सकते हैं। हम भी निकोलस ऑफ कूसा से सीख सकते हैं। जब हमें उत्तर न पता हों, तो आइए हम पुनर्जीवित ख्रीस्त को याद करें और उनसे प्रार्थना करें कि आशा की यात्रा में कदम-दर-कदम वे हमारा मार्गदर्शन करें।"

आशा और विश्वास
तदोपरान्त, समस्त अँग्रेज़ी भाषा भाषियों को सम्बोधित कर सन्त पापा लियो ने कहा, "आज के दर्शन समारोह में भाग लेने पहुँचे सभी अंग्रेज़ी-भाषी तीर्थयात्रियों और आगंतुकों का मैं हार्दिक स्वागत करता हूँ, विशेष रूप से इंग्लैंड और संयुक्त राज्य अमरीका से आए तीर्थयात्रियों और पर्यटकों तथा अंतर्राष्ट्रीय काथलिक विश्वविद्यालयीन संघ में भाग लेने वालों को मेरा अभिवादन। इस जयंती वर्ष के दौरान आशा के गुणों में वृद्धि का अनुभव करने के लिए प्रार्थना करते हुए, मैं आप सभी और आपके सभी परिवारों पर हमारे प्रभु येसु मसीह के आनंद और शांति का आह्वान करता हूँ। ईश्वर आप सभी को आशीर्वाद प्रदान करें!"