काथलिक परोपकारियों से पोप: येसु के प्रेम को फैलाते रहें
पोप फ्राँसिस ने काथलिक परोपकार नेटवर्क को उनके प्रयासों के लिए धन्यवाद दिया और उन्हें याद दिलाया कि प्रभु के प्रेम में सभी चीजों को बदलने की क्षमता है।
पोप फ्राँसिस ने सोमवार 11 नवम्बर को वाटिकन में काथलिक परोपकार नेटवर्क (एफएडीआईसीए) के सदस्यों से मुलकात की और उन्हें याद दिलाया कि प्रेम हमेशा परिवर्तन लाता है और सभी चीजों को बदलने की क्षमता रखता है। रोम में उनकी तीर्थयात्रा, संगोष्ठी और आध्यात्मिक साधना के अवसर पर नेटवर्क का सहर्ष स्वागत करते हुए हुए पोप ने उम्मीद जताई कि प्रेरितों और शहीदों की कब्रों पर मनन चिंतन और प्रार्थना के उनके दिन "कलीसिया के लिए उनके प्यार" और "सुसमाचार के प्रसार और मसीह के पवित्रता, न्याय और शांति के राज्य के निर्माण के प्रति उनकी प्रतिबद्धता" को बढ़ाएंगे।
पोप ने काथलिक परोपकार नेटवर्क द्वारा परमधर्मपीठ के कार्यालयों को दिए जाने वाले समर्थन तथा संयुक्त राज्य अमेरिका में कलीसिया के जीवन और प्रेरिताई को समृद्ध करने वाले अनेक प्रयासों के लिए उनके "मौन प्रोत्साहन" के लिए आभार व्यक्त किया।
मसीह को साझा करने के प्रेम का अनुभव करते रहें
पोप ने प्रशंसा की कि काथलिक परोपकार नेटवर्क स्वाभाविक रूप से "धर्मसभा" है, क्योंकि "यह इतने सारे व्यक्तियों, परिवारों और संस्थानों के सामान्य दृष्टिकोण, प्रतिबद्धता और सहयोग पर निर्भर करता है।"
इसे देखते हुए, पोप ने अपनी इच्छा व्यक्त की कि नेटवर्क की एकजुटता और दूसरों के लिए उदार चिंता की भावना "हमेशा प्रभु द्वारा हमें दिए गए प्रचुर उपहारों के लिए कृतज्ञता की भावना और उनके प्रेम की परिवर्तनकारी शक्ति के गहन अनुभव से पोषित होगी।"
पोप फ्राँसिस ने अपना प्रेरितिक आशीर्वाद देने से पहले, प्रभु के पवित्र हृदय में एकत्रित लोगों की प्रशंसा की और प्रार्थना की कि उनका नेटवर्क "दूसरों के साथ मसीह के प्रेम को साझा करने के हमारे प्रयासों से पैदा हुए आनंद का अनुभव करता रहे।"