हमें किस तरह प्रार्थना करनी चाहिए?

हम अक्सर प्रार्थना करते हुए ईश्वर से अपनी जरूरतों को पूरा करने का आग्रह करते हैं और अपनी समस्याओं की सूची उनके सामने रखते हैं। जबकि ईश्वर हमें जीवन का मूल्य समझाते हुए अधिक उदार बनने के लिए प्रेरित करते हैं।

पोप फ्राँसिस ने प्रार्थना के महत्व पर प्रकाश डालते हुए बतलाया कि हमें किस तरह प्रार्थना करनी चाहिए।

हम अक्सर प्रार्थना करते हुए ईश्वर से अपनी जरूरतों को पूरा करने का आग्रह करते हैं और अपनी समस्याओं की सूची उनके सामने रखते हैं। जबकि ईश्वर हमें जीवन का मूल्य समझाते हुए अधिक उदार बनने के लिए प्रेरित करते हैं।

इसी बात पर प्रकाश डालते हुए पोप ने 24 सितम्बर के एक्स संदेश में लिखा, “प्रार्थना में, हम ईश्वर से वही मांगते हैं जिसकी हमें आवश्यकता होती है और फिर हमें अन्य समस्याएँ भी महसूस होने लगती हैं। जबकि ईश्वर हमें भलाई की ओर ले जाते और हमें गहरे प्रेम की ओर आकर्षित करते हैं। ईश्वर हमारे साथ बातचीत करते और हमें उस चीज में परिपक्व होने में मदद करते हैं जो वास्तव में मायने रखती है: वह है जीवन देना।”

अतः में हमें अपने जीवन में ईश्वर की इच्छा और योजना को पहचानने का प्रयास करना चाहिए जो हमारी सच्ची भलाई चाहते हैं, न कि अपनी आवश्यकता पूर्ति में व्यस्त रहना।