हमारा जीवन पारदर्शी, दृश्यमान और विश्वसनीय होना चाहिए, पोप लियो 14वें

पोप लियो 14वे ने शनिवार को ट्वीट कर नये पुरोहितों को एक घायल कलीसिया की विश्वसनीयता का पुनर्निर्माण करने और अपने जीवन को पारदर्शी, दृश्यमान और विश्वसनीय बनाने हेतु प्रेरित किया।
काथलिक कलीसिया मई के आंतिम दिन में कुंवारी मरियम का अपनी कुटुम्बिनी एलिजबेद से मुलाकात का पर्व मनाती है। इसी दिन पोप ने वाटिकन के संत पेत्रुस महगिरजाघऱ में 11 डीकनों का पुरोहिताभिषेक किया और उन्हें हमेशा ईश्वर पर भरोसा रखने, एक घायल कलीसिया की विश्वसनीयता का पुनर्निर्माण करने और अपने जीवन को पारदर्शी, दृश्यमान और विश्वसनीय बनाने हेतु प्रेरित किया। इसी के मद्देनजर पोप ने सोशल मीडिया के एक्स पर तीन संदेश लिखा।
पहला संदेश : “ईश्वर का आनंद आवाज नहीं करता, फिर भी यह वास्तव में इतिहास को बदल देता है और हमें एक-दूसरे के करीब लाता है। इसका एक प्रतीक है मरियम का कुटुम्बिनी एलिजाबेद से मुलाकात का रहस्य, जिसे कलीसिया मई के आखिरी दिन में मनाती है”।
दूसरा संदेश : “ईश्वर को कभी किसी ने नहीं देखा। वह हमारे बीच विराजमान हुआ; वह अपने की दीन-हीन बनाया। पुत्र ईश्वर की जीवित व्याख्या, उसकी जीवित कथा बन गई। उसने हमें ईश्वर की संतान बनने की शक्ति दी। आइए, हम कभी भी किसी अन्य शक्ति की तलाश न करें!”
तीसरा संदेश : “साथ मिलकर, हम एक घायल कलीसिया की विश्वसनीयता का पुनर्निर्माण करेंगे, एक घायल मानवता के लिए, एक घायल सृष्टि के भीतर भेजे गये हैं। हम अभी तक परिपूर्ण नहीं हैं, लेकिन हमें विश्वसनीय होना चाहिए: हमारा जीवन पारदर्शी, दृश्यमान और विश्वसनीय होना चाहिए!”