यूक्रेन एवं वाटिकन के ग्रीष्मकालीन शिविर के बच्चों से पोप की मुलाकात

पोप लियो 14वें ने पॉल षष्ठम हॉल में 600 से अधिक बच्चों से मुलाकात की, जिसमें वाटिकन के समर कैंप के प्रतिभागी और कारितास इटली द्वारा आयोजित यूक्रेनी बच्चे शामिल थे।
दोपहर से कुछ समय पहले और अपनी मुलाकातों के समापन के बाद, पोप लियो 14वें ने पॉल षष्ठम हॉल में एकत्रित "एस्ताते रगात्सी इन वातिकानो" समर कैंप में भाग लेनेवाले 300 से अधिक बच्चों और युवाओं का अभिवादन करने के लिए समय निकाला।
उनके साथ यूक्रेन से आए 300 अन्य बच्चे और किशोर भी शामिल हुए, जिनका स्वागत कारितास इटली ने किया था।
ग्रीष्मकालीन शिविर में काम कर रहे युवा स्वयंसेवकों द्वारा स्वागत सम्बोधन के बाद, पोप ने बच्चों के साथ बातचीत की और उनके कई सवालों के जवाब दिए। अपने बचपन को याद करते हुए, उन्होंने पवित्र मिस्सा में भाग लेने की यादें साझा कीं, एक ऐसी जगह के बारे बतलाया जहाँ उनकी मुलाकात अन्य बच्चों और दोस्तों से हुई, लेकिन उससे भी बढ़कर, “सबसे अच्छे दोस्त: येसु” से हुई।
विविधता और स्वागत के विषयों पर विचार करते हुए, पोप लियो ने यूक्रेनी बच्चों को अंग्रेजी में अभिवादन के शब्दों के साथ संबोधित किया। उन्होंने आपसी सम्मान के महत्व और मतभेदों से परे देखने की आवश्यकता पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा "पुल बनाना, दोस्ती बनाना महत्वपूर्ण है। हम सभी दोस्त, भाई और बहन हो सकते हैं।"
शांति और मित्रता के निर्माता
युद्ध के बारे में एक प्रश्न के उत्तर में, संत पापा ने बच्चों को छोटी उम्र से ही शांति और मित्रता के निर्माता बनने के लिए प्रोत्साहित किया।
उन्होंने कहा, "युद्ध या संघर्ष में शामिल न हों। कभी भी घृणा या ईर्ष्या को बढ़ावा न दें," उन्होंने उन्हें याद दिलाया कि "येसु हम सभी को मित्र बनने के लिए कहते हैं," और उन्होंने "बचपन से ही एक-दूसरे का सम्मान करना और दूसरे को अपने जैसा समझना" सीखने के महत्व को समझाया।
बच्चों ने पोप लियो को कई तरह के उपहार भेंट किए, जिनमें समर कैंप के दौरान बनाए गए हस्तनिर्मित शिल्प, साथ ही यूक्रेनी बच्चों द्वारा तैयार किए गए चित्र और कलाकृतियाँ शामिल थीं।
मुलाकात के समापन पर, समूह फोटो लेने के बाद, पोप लियो ने सभी को एक साथ प्रणाम मरियम प्रार्थना करने के लिए आमंत्रित किया तथा उपस्थित सभी लोगों को अपना आशीर्वाद प्रदान किया।