पोप लियो का आग्रहः मरियम के संग-संग चलें

वाटिकन स्थित उद्यान की मरियम गुफ़ा के समक्ष माता मरियम को समर्पित मई माह के अन्त में शनिवार को पोप लियो 14 वें रोज़री विनती की अध्यक्षता की और तीर्थयात्रियों से आग्रह किया कि वे अपनी जीवन यात्रा में मरियम के संग-संग चलें।
जुलूस सुख के पांच रहस्यों के मार्ग पर चला, तथा प्रत्येक पड़ाव पर येसु और मरियम के जीवन के एक महत्वपूर्ण क्षण को याद किया गया: देवदूत सन्देश, एलिज़ाबेथ की भेंट, येसु जन्म, मंदिर में अर्पण, तथा मंदिर में येसु के पाये जाने पर चिन्तन किया गया।
जुलूस के समापन पर, सन्त पापा लियो 14 वें ने मरियम गुफ़ा में उपस्थित लोगों को संबोधित कर जागरण का हिस्सा बनने के लिये तीर्थयात्रियों को धन्यवाद दिया और इसे "विश्वास का एक संकेत बताया जिसके माध्यम से, एक सरल और भक्तिपूर्ण तरीके से, हम मरियम की मातृछाया में इकट्ठा होते हैं"।
ख्रीस्तशास्त्रीय हृदय का दर्शन
उन्होंने कहा कि मरियम जागरण ने जयंती वर्ष की भावना को प्रतिबिंबित किया, जिसमें प्रशंसा, यात्रा, आशा और विश्वास पर ध्यान केंद्रित किया गया। उन्होंने संत जॉन पॉल द्वितीय के शब्दों को याद किया, जिन्होंने रोज़री विनती को "एक मरियम चरित्र और एक ख्रीस्तशास्त्रीय हृदय" वाली प्रार्थना के रूप में वर्णित किया, जो सुसमाचार संदेश की गहराई को दर्शाती है।
उन्होंने कहा, "आइये हम अपने जीवन को येसु के पीछे चलने वाली यात्रा के रूप में देखें, जैसा कि हमने आज शाम मरियम के साथ किया।" उन्होंने विश्वासियों से आग्रह किया कि वे प्रतिदिन प्रभु की स्तुति करने की कृपा मांगें, न केवल शब्दों में बल्कि अपने जीवन के तौर-तरीकों में भी।
अंत में, सन्त पापा ने कार्डिनलों, धर्माध्यक्षों, पुरोहितों और समर्पित व्यक्तियों सहित उपस्थित सभी लोगों को धन्यवाद दिया। मात्तेर एक्लेसिया मठ की बेनेडिक्टिन बहनों का विशेष उल्लेख कर सन्त पापा ने उनके "स्नेह और कृतज्ञता" के लिए उनके प्रति आभार व्यक्त किया जो "अपनी गुप्त और निरंतर प्रार्थना के साथ हमारे समुदाय और हमारे काम का समर्थन करती हैं"। उन्होंने आशा व्यक्त की कि जागरण प्रार्थना के दौरान अनुभव की गई शांति और एकता सभी प्रतिभागियों के साथ, घर पर, उनके समुदायों में और कलीसिया के प्रति उनकी सेवा में सदैव बरकरार रहे।