पोप लियोः युवाओं के आदर्श हैं साईकिल चालक

पोप लियो XIV ने वाटिकन सिटी से गुजरते समय "जीरो दीतालिया" नामक खेलसंघ के साईकिल चालकों का स्वागत किया तथा इन्हें युवा पीढ़ी के लिए आदर्श निरूपित किया।
पोप लियो XIV ने वाटिकन सिटी से गुजरते समय "जीरो दीतालिया" नामक खेलसंघ के साईकिल चालकों का स्वागत किया तथा इन्हें युवा पीढ़ी के लिए आदर्श निरूपित किया।
अनूठा क्षण
रविवार दोपहर को पोप लियो XIV ने जीरो दीतालिया के अंतिम चरण में 29 देशों से आए 159 साइकिल चालकों का स्वागत किया। वाटिकन सिटी से गुज़रने से पहले, साइकिल सवारों ने रुककर सन्त पापा का अभिवादन किया तथा उन्हें गुलाबी रंग का अपना शर्ट भी अर्पित किया।
जीरो दीतालिया की दौड़ की सामान्य तीव्रता से यह चरण बहुत ही अलग था जिसने एक अनूठा क्षण प्रदान किया: एक प्रकार की यह एक "रिवर्स रेस" थी, जहां वास्तविक जीत धीमी गति से चलने और पोप के साथ आदान-प्रदान में पाई गई, जिन्होंने मुस्कुराहट और आशीर्वाद के साथ सवारों का अभिवादन किया।
परम्परा
ग़ौरतलब है कि साइकिल चालकों और वाटिकन के सम्बन्ध की जड़ें दिवंगत पोप फ्रांसिस द्वारा अपनाए गए विचार में मूलबद्ध हैं, जिन्होंने जीरो दीतालिया को शाश्वत शहर की आध्यात्मिक विरासत से जोड़ने की कोशिश की थी। इस वर्ष, सन्त पापा लियो XIV ने साइकिल चालकों का गर्मजोशी से और सार्थक स्वागत कर इस परम्परा को पुनर्जीवित किया।
अभिवादन
"आप सभी को सुप्रभात! वाटिकन में आपका स्वागत है!" इस शब्दों से सन्त पापा ने सन्त पेत्रुस महागिरजाघर के बगल में रोमन प्रोटोमार्टियर्स के चौक से बोलते हुए साइकिल चालकों का अभिवादन किया और कहा: "जीरो दीतालिया के इस अंतिम चरण में आपका अभिवादन करना हर्ष की बात है।" न केवल एथलेटिक प्रतियोगिता पर बल्कि इस अवसर के गहरे अर्थ पर भी जोर देते हुए उन्होंने कहाः मुझे उम्मीद है कि आज का दिन आप सभी के लिए वाकई एक शानदार दिन होगा।"
इसन्त पापा लियो XIV ने इस अवसर पर युवाओं के रोल मॉडल के रूप में खिलाड़ियों और साइकिल चालकों के महत्व को उजागर किया। उन्होंने कहा, "आप यह जानें कि आप दुनिया भर के युवाओं के लिए उदाहरण हैं। जीरो दीतालिया सबके लिये प्रिय है - न केवल इटली में बल्कि कई देशों में।"
साइकिल चालक हैं आदर्श
सन्त पापा ने खिलाड़ियों को परिभाषित करने वाली त्याग और सौहार्द की भावना की सराहना करते हुए कहा कि "साइकिल चलाना उतना ही महत्वपूर्ण है जितना कि सामान्य रूप से खेले जानेवाले अन्य खेल।"
शरीर और आत्मा दोनों की देखभाल के महत्व पर विचार करते हुए उन्होंने साइकिल चालकों के समर्पण और शारीरिक प्रशिक्षण की प्रशंसा की और कहाः "आप जो कुछ भी करते हैं उसके लिए धन्यवाद - आप सच्चे उदाहरण हैं और मुझे उम्मीद है कि जिस तरह आप अपने शरीर का ख्याल रखते हैं, वैसे ही आपकी आत्मा भी हमेशा धन्य रहेगी। हमेशा पूरे व्यक्ति के प्रति चौकस रहें: शरीर, मन, हृदय और आत्मा।"
अन्त में सन्त पापा लियो 14 वें ने सभी साइकिल चालकों एवं संघ के प्रबन्धकों पर ईश्वर के अनुग्रह की मंगलकामना करते हुए सबको अपना प्रेरितिक आशीर्वाद प्रदान किया।