पोप फ्राँसिस ने गज़ा में गंभीर मानवीय संकट की निंदा की, युद्ध विराम की अपील की
माता मरियम के स्वर्गोदग्रहण महापर्व के अवसर पर देवदूत प्रार्थना के दौरान, पोप फ्राँसिस ने संघर्ष और युद्ध के कारण पीड़ित लोगों की चिंता और दुःख को शांति की महारानी मरियम को सौंप दिया। उन्होंने गज़ा में गंभीर मानवीय संकट को याद किया और मध्य पूर्व, यूक्रेन, सूडान और म्यांमार के सभी लोगों को याद किया।
पोप ने कहा, “शांति की महारानी मरियम, जिनको आज हम स्वर्ग की महिमा में चिंतन कर रहे हैं, मैं उन्हें एक बार फिर उन लोगों की चिंताओं और पीड़ाओं को सौंपना चाहता हूँ जो दुनिया के कई हिस्सों में सामाजिक तनाव और युद्धों के कारण पीड़ित हैं। मैं विशेष रूप से पीड़ित यूक्रेन, मध्य पूर्व, फिलिस्तीन, इस्राएल, सूडान और म्यांमार की याद कर रहा हूँ। हमारी स्वर्गीय माँ सभी को सांत्वना दें और भविष्य में शांति एवं सद्भाव प्रदान करें!
गज़ा में युद्ध रोकने की अपील करते हुए पोप ने कहा, “मैं गज़ा में अत्यंत गंभीर मानवीय स्थिति पर चिंता व्यक्त करता हूँ और एक बार फिर अनुरोध करता हूँ कि सभी मोर्चों पर युद्ध रोकी जाए, बंधकों को मुक्त कराया जाए और थकी हुई जनता की मदद की जाए। मैं सभी को यह सुनिश्चित करने के लिए हर संभव प्रयास करने हेतु प्रोत्साहित करता हूँ कि संघर्ष न फैले और बातचीत का रास्ता अपनाया जाए ताकि यह त्रासदी जल्द ही समाप्त हो जाए! आइए यह न भूलें: युद्ध एक हार है।
आग से पीड़ित ग्रीस के लोगों के लिए प्रार्थना
पोप ने आग से पीड़ित ग्रीस की याद कर कहा, “मैं ग्रीस की याद कर रहा हूँ, जो हाल के दिनों में एथेंस के उत्तर-पूर्व में लगी बहुत गंभीर आग से जूझ रहा है। हजारों लोगों को पहले ही निकाला जा चुका है, कई परिवार बेघर हो गए हैं, हजारों लोगों को भयानक कठिनाइयों का सामना करना पड़ा है और भारी भौतिक क्षति के अलावा, एक पर्यावरणीय आपदा भी पैदा हो रही है। मैं पीड़ितों और घायलों के लिए प्रार्थना करता हूँ, मैं उन लोगों के प्रति अपनी निकटता का आश्वासन देता हूँ जो इस गंभीर घटना से प्रभावित हैं, यह विश्वास करते हुए कि उन्हें आम एकजुटता द्वारा समर्थन प्रदान किया जा सके।
अंत में, उन्होंने सभी का अभिवादन किया एवं अपने लिए प्रार्थना का आग्रह करते हुए सभी को पुनः माता मरियम के स्वर्गोदग्रहण महापर्व की शुभकामनाएँ दीं।