केवल येसु हमें शत्रुता, घृणा और हिंसा से मुक्त कर सकते हैं, पोप 

खजूर रविवार को पोप ने रूस में हुए आतंकी हमले के लिए अपना दुख व्यक्त करते हुए, इन अमानवीय कार्यों को अंजाम देने वाले के हृदय परिवर्तन के लिए प्रार्थना की। साथ ही विश्वासियों को अपनी प्रार्थना में युद्ध पीड़ित देश यूक्रेन और गाजा के लोगों को भी याद करने के लिए कहा।

खजूर रविवार 24 मार्च को संत पेत्रुस महागिरजाघर के प्रांगण में पोप फ्राँसिस ने पवित्र मिस्सा समारोह के बाद देवदूत प्रार्थना का पाठ करने से पहले रूस में हुए आतंकी हमले के लिए अपना दुख व्यक्त करते हुए उन लोगों के दिलों को बदलने के लिए कहा जो ईश्वर को अपमानित करने वाले इन अमानवीय कार्यों की योजना बनाते हैं, व्यवस्थित करते हैं और लागू करते हैं। संत पापा ने युद्ध पीड़ित देश यूक्रेन और गाजा के लोगों को भी याद करते हुए लिए प्रार्थना की।

इसी के मद्देनजर पोप ने सोशल मीडिया के प्लेटफार्म एक्स पर तीन ट्वीट किया।

पहला ट्वीट : “आइए हम मास्को में हुए वीभत्स आतंकवादी हमले के पीड़ितों और उनके परिवारों के लिए प्रार्थना करें। प्रभु उन लोगों के दिलों को परिवर्तित करें जो इन अमानवीय कार्यों की योजना बनाते हैं, संगठित करते हैं और उन्हें अंजाम देते हैं, जो भगवान को अपमानित करते हैं, जिन्होंने आदेश दिया था: 'हत्या मत करो'।” (निर्गमन ग्रंथ 20:13)

दूसरा : “आइए, हम युद्ध के कारण पीड़ित अपने सभी भाइयों और बहनों के लिए प्रार्थना करें; मैं विशेष रूप से शहीद यूक्रेन के बारे में सोचता हूँ। हमें शहीद यूक्रेन को नहीं भूलना चाहिए! हम युद्ध के अन्य स्थानों के साथ-साथ गाजा के बारे में भी सोच सकते हैं, जो काफी नुकसान झेल रहा है”

तीसरा ट्वीट: “एक विनम्र और शांतिपूर्ण राजा के रूप में येसु ने येरूसालेम में प्रवेश किया: आइए, हम उनके लिए अपना दिल खोलें! केवल वही हमें शत्रुता, घृणा और हिंसा से मुक्त कर सकते हैं, क्योंकि वे दयालु और पापों की क्षमा करने वाले हैं।”

25 मार्च का ट्वीट
आज प्रेरितिक उद्बोधन "क्रिस्तुस विवित" की पांचवीं वर्षगांठ पर, संत पापा फ्राँसिस ने युवाओं को ईसा मसीह के साथ दोस्ती से पैदा हुई खुशी को सभी के सामने गवाही देने के लिए प्रेरित किया।

संदेश में पोप ने लिखा : “मसीह जीवित है और वह आपसे असीम प्रेम करता है। उसने आपके लिए अपना जीवन दे दिया, इसलिए आपके प्रति अपने प्रेम में वह आपके पूर्ण होने का इंतजार नहीं करता है। क्रूस पर फैली हुई उसकी भुजाओं को देखें, और अपने आप को बार-बार बचाए रखें।”