एकता और करिशमें की रक्षा करें, पोप फ्राँसिस

पोप फ्राँसिस ने पहली फरवरी को विश्व्यापी काथलिक अभियान कम्यूनियन एण्ड लिबरेशन की स्थापना की 70 वीं वर्षगाँठ के उपलक्ष्य में अभियान के अध्यक्ष डेविड प्रॉस्परी को एक पत्र लिखकर एकता एवं करिशमाओं की रक्षा का आग्रह किया।

पोप फ्राँसिस ने पहली फरवरी को विश्व्यापी काथलिक अभियान कम्यूनियन एण्ड लिबरेशन की स्थापना की 70 वीं वर्षगाँठ तथा इसके संस्थापक डॉन जूसानी के निधन 19 वीं बरसी के उपलक्ष्य में अभियान के अध्यक्ष डेविड प्रॉस्परी को एक पत्र लिखकर आग्रह किया है कि अभियान के सदस्य अपने संस्थापक के पदचिन्हों पर चलकर एकता एवं करिशमाओं की रक्षा करें।  

पोप ने आग्रह किया,  “अभियान का नेतृत्व करने के लिए बुलाए गए लोगों के साथ स्वेच्छा और निष्ठापूर्वक सहयोग करें, क्योंकि केवल आज्ञाकारिता ही सम्पूर्ण कलीसिया की भलाई के लिए, विश्व में आपकी उपस्थिति का नवीनीकरण सुनिश्चित कर सकती है।"
कम्यूनियन एण्ड लिबरेशन की स्थापना इटली के काथलिक पुरोहित डॉन जूसानी द्वारा 1954 ई. में की गई थी जो आज विश्व के विभिन्न देशों में सेवाकार्यों में संलग्न है। कम्यूनियन एण्ड लिबरेशन अभियान के सदस्यों से सन्त पापा ने अनुरोध किया कि वे "एकता, आज्ञाकारिता और करिश्मे के प्रति सत्यनिष्ठ रहकर कुछ ग़लतफहमियों का सुधार करें तथा, दुर्भाग्य से अभी भी मौजूद, व्यक्तिवादी स्वार्थ पर काबू पायें।"

अभियान के अध्यक्ष प्रॉस्परी को प्रेषित पत्र में पोप फ्राँसिस कहते हैं कि वे "आज के पुरुषों और महिलाओं के बीच सुसमाचार प्रचार और उदारता के कार्यों में अभियान द्वारा लगातार प्रदर्शित की जाने वाली जीवंतता के लिए ईश्वर के प्रति आभारी हैं" और साथ ही, यह देखकर उन्हें सांत्वना मिली है कि "अभियान के सदस्यों ने" 15 अक्टूबर 2022 को उन्हें संबोधित शब्दों को गंभीर और सहायक तरीके से लिया है - जब उन्होंने "विभाजन, अविश्वास और विरोध" से आहत नहीं होने और संकट के समय को "मिशनरी नवीकरण के समय" के रूप में उपयोग करने का आग्रह किया था। सन्त पापा लिखते हैं, "मैं आपको इस रास्ते पर आगे बढ़ने के लिए प्रोत्साहित करता हूं और इस अवधि में आपने जो काम किया है, उसकी पुष्टि करते हुए मैं ईश्वर के प्रति हार्दिक आभार व्यक्त करता हूँ।"

डॉन जूसानी के निधन की पुण्य तिथी के अवसर पर, सन्त पापा फ्रांसिस ने सभी अनुयायियों को "अपने बीच एकता का ख्याल रखने" की सलाह दी और कहा कि वास्तव में,  कलीसिया के मेषपालों का अनुसरण ही समय के साथ करिश्मे की फलदायीता का संरक्षक हो सकता है, जिसका वरदान डॉन जूसानी ने पवित्रआत्मा से प्राप्त किया था।"

पोप ने कहा, "एकता की रक्षा करने और यह सुनिश्चित करने के लिए कि करिश्मा उस समय की अधिक से अधिक व्याख्या करने में सक्षम है जिसमें आपको येसु मसीह में हमारे विश्वास की गवाही देने के लिए बुलाया गया है, व्यक्तिगत व्याख्याओं से परे जाना आवश्यक है, जो दुर्भाग्य से अभी भी मौजूद है, जिसमें करिश्में  के एकतरफ़ा दृष्टिकोण का ख़तरा हो सकता है।"

पोप ने अभियान के सदस्यों को प्रोत्साहन दिया कि वे "उस कार्य को जारी रखें जिसका उद्देश्य एक अभिन्न दृष्टि को संरक्षित करना है": "आपके द्वारा प्रस्तावित शैक्षिक मार्ग और अभियान का मार्गदर्शन करने में आपकी सहायता करनेवाले लोग कुछ गलतफहमियों को दूर करने एवं दिए गए करिश्मे के प्रति निष्ठा से अपने मिशन को जारी रखने में भी मदद कर रहे हैं।"