"आउटरीच" सम्मेलन के प्रतिभागियों को पोप ने किया संबोधित
संयुक्त राज्य अमरीका में "एलजीबीटीक्यू" समुदाय के बीच प्रेरिताई में संलग्न काथलिक पुरोहित फादर जेम्स मार्टिन के संदेश के प्रत्युत्तर में पोप फ्राँसिस ने कहा कि वे 2 से 4 अगस्त तक वाशिंगटन स्थित जॉर्जटाउन विश्वविद्यालय में होने वाली बैठक में भाग लेने वालों के साथ आध्यात्मिक रूप से एकजुट हैं।
"आउटरीच" सम्मेलन
संक्षेप में, एलजीबीटीक्यू समलैंगिक, उभयलिंगी, ट्रांस, इंटरसेक्सुअल और अलैंगिक के साथ-साथ अन्य पहचान और झुकाव वाले अथवा लिंग द्रव या पैनसेक्सुअल प्रवृत्ति के लोगों के लिए प्रयुक्त परिवर्णी शब्दावली है।
पोप फ्रांसिस ने 2 से 4 अगस्त तक के लिये वाशिंगटन के जॉर्जटाउन विश्वविद्यालय में एलजीबीटीक्यू काथलिकों के लिये आयोजित "आउटरीच" सम्मेलन के अवसर पर येसु धर्मसमाज के जेसूइट फादर जेम्स मार्टिन को बधाई दी।
वॉशिंगटन के महाधर्माध्यक्ष कार्डिनल विल्टन ग्रेगरी प्रतिभागियों के लिए ख्रीस्तयाग अर्पित कर उक्त सम्मेलन का उदघाटन करेंगे।
एलजीबीटीक्यू समुदाय की प्रेरिताई में संलग्न फादर मार्टिन ने सन्त पापा फ्राँसिस को पत्र लिखकर उनसे अनुरोध किया था कि वे सम्मेलन के प्रतिभागियों के लिये एक शुभकामना सन्देश भेजें।
पोप फ्रांसिस ने एक संक्षिप्त प्रतिक्रिया भेजी, जिसे गुरुवार को जारी किया गया। इसमें उन्होंने कहा कि वे इस बात से प्रसन्न हैं कि कार्डिनल ग्रेगरी उनके लिए ख्रीस्तयाग का अनुष्ठान करेंगे। सन्त पापा ने कहा कि वे सम्मेलन में भाग लेने वालों के साथ “प्रार्थना में एकजुट हैं”: "येसु आपको आशीर्वाद दें और पवित्र कुँवारी मरियम आपकी देखभाल करें।"
ग़ौरतलब है कि यह चौथी बार है जब सन्त पापा फ्रांसिस ने किसी “आउटरीच” कार्यक्रम के लिए अपनी शुभकामनाएं भेजी हैं।
अन्य अवसरों पर, पोप ने येसु धर्मसमाज के फादर मार्टिन को आमंत्रित कर उन्हें परमधर्मपीठीय संचार विभाग और वाटिकन न्यूज़ संगठन का सलाहकार नामित किया है, ताकि वे एलजीबीटीक्यू समुदाय तक ईश्वर की निकटता, दया और स्नेह की "शैली" प्रसारित कर सकें।