स्थायी शांति के लिए राजनयिक समाधान खोजने हेतु पोप की अपील
पोप फ्राँसिस ने विश्वासियों को चालीसा काल के लिए एक अच्छा संकल्प लेने हेतु आमंत्रित करते हुए अपने आपको येसु के प्रकाश के लिए खोलने का प्रोत्साहन दिया और युद्ध पीड़ित यूक्रेन देशों को याद करते हुए स्थायी शांति हेतु एक राजनयिक समाधान खोजने की अपील की।
पोप फ्राँसिस ने रविवार को देवदूत प्रार्थना के दौरान विश्वासियों को चालीसा काल के लिए एक अच्छा संकल्प लेने हेतु आमंत्रित करते हुए अपने आपको येसु के प्रकाश के लिए खोलने का प्रोत्साहन दिया और 2 वर्षों से युद्ध पीड़ित यूक्रेन नाईजीरिया और लोकतांत्रिक गणराज्य कॉगो अन्य देशों को याद करते हुए "न्यायसंगत एवं स्थायी शांति" हेतु एक राजनयिक समाधान खोजने की अपील की। इसी के मद्दे नजर संत पापा ने रविवार को सोशल मीडिया के एक्स प्लैटफोर्म पर 5 ट्वीट किया।
25 फरवरी का ट्वीट
पहला ट्वीट : “इस चालीसा काल में एक अच्छा संकल्प लेना है। आइए, हम खुले दृष्टिकोण विकसित करें और "प्रकाश के खोजी" बनें, प्रार्थना और अन्य लोगों में येसु के प्रकाश की खोज करें।”
दूसरा ट्वीट : “बड़े दुख के साथ हमने कल, 24 फरवरी को यूक्रेन में बड़े पैमाने पर युद्ध की शुरुआत की दूसरी वर्षगांठ को याद किया। यह एक ऐसा युद्ध है जो न केवल यूरोप के उस क्षेत्र को तबाह कर रहा है बल्कि भय की वैश्विक लहर और नफरत को पैदा कर रहा है।”
तीसरा ट्वीट : “आइए हम पीड़ित यूक्रेनी लोगों और फ़िलिस्तीन, इज़राइल और युद्ध से टूटे हुए कई लोगों के लिए एक साथ #प्रार्थना करें। आइए हम विशाल पीड़ा में फंसे लोगों के बारे में सोचें; आइए हम घायल, मासूम बच्चों के बारे में सोचें।”
चौथा ट्वीट : “मैं कांगो लोकतांत्रिक गणराज्य के पूर्वी हिस्से में हिंसा में वृद्धि पर चिंता के साथ नजर रख रहा हूँ। मैं शांति के लिए प्रार्थना करने के लिए बिशपों के निमंत्रण में शामिल होता हूँ, झड़पों की समाप्ति और ईमानदार और रचनात्मक बातचीत की आशा करता हूँ।”
पाँचवाँ ट्वीट : “नाइजीरिया में लगातार बढ़ती अपहरण की घटनाएं बेहद चिंताजनक हैं। मैं नाइजीरियाई लोगों के प्रति प्रार्थना में अपनी निकटता व्यक्त करता हूं, आशा करता हूं कि इन घटनाओं के प्रसार को यथासंभव रोकने के प्रयास किए जाएंगे।”
26 फरवरी का ट्वीट संदेश
सोमवार 26 फरवरी को पोप ने ट्वीट कर प्रवासियों और शरणार्थियों के 110वें विश्व दिवस के विषय के बारे में बतायाऔर प्रवासियों में ईश्वर को पहचानने हेतु प्रेरित किया।
ट्वीट संदेश : “मैंने प्रवासियों और शरणार्थियों के 110वें विश्व दिवस के विषय के रूप में "ईश्वर अपने लोगों के साथ चलता है" को चुना है। आइए, हम अपने प्रवासी भाइयों और बहनों में उस प्रभु को पहचानें जो हमारे दिलों के दरवाजे पर दस्तक देते हैं।”