यूनिसेफ : संघर्ष ने लाखों बच्चों को विस्थापित किया या मार डाला

संयुक्त राष्ट्र के बाल निधिकोष (यूनिसेफ) ने एक चेतावनी जारी की है कि मध्य पूर्व और उत्तरी अफ्रीका में संघर्ष के कारण हर पांच सेकंड में एक बच्चा अपने घर से दूर जा रहा है, तथा हर 15 मिनट में एक बच्चा मारा जा रहा है या घायल हो रहा है।
2025 तक, मध्य पूर्व और उत्तरी अफ्रीका (एमईएनए) में अनुमानित 45 मिलियन बच्चों को मानवीय सहायता की आवश्यकता है, जो कि पिछले पाँच वर्षों में 41% की वृद्धि है।
यूनिसेफ ने पिछले 70 वर्षों से मध्य पूर्व और उत्तरी अफ्रीका क्षेत्र में बच्चों और परिवारों की मदद करने की कोशिश की है, लेकिन अब चेतावनी दे रहा है कि फंडिंग की गंभीर कमी के कारण इसे चलाना मुश्किल हो रहा है।
संकट के आँकड़े
मध्य पूर्व और उत्तरी अफ्रीका क्षेत्र वर्तमान में कई अलग-अलग संघर्षों का सामना कर रहा है, जिसमें इस्राएल-फिलिस्तीन संघर्ष, सीरियाई गृहयुद्ध और यमन में युद्ध शामिल हैं।
इस क्षेत्र में रहनेवाले दो में से एक बच्चा इन संघर्षों से प्रभावित देशों में रहता है, कुल मिलाकर लगभग 100 मिलियन बच्चे हिंसा के जोखिम में हैं।
2023 से, 12 मिलियन से अधिक बच्चे विस्थापित हो चुके हैं, जिससे उन्हें अपने घर छोड़ने के लिए मजबूर होना पड़ा है। 40,000 से अधिक बच्चे घायल हो गए हैं या उन्हें स्थायी रूप से अपंगता का सामना करना पड़ा है और 20,000 मारे गए हैं।
कार्रवाई का आह्वान
एमईएनए के लिए यूनिसेफ के क्षेत्रीय निदेशक एडौर्ड बेगबेडर ने बताया कि "क्षेत्र में संघर्षों के कारण हर पाँच सेकंड में एक बच्चे का जीवन उलट जाता है।"
उन्होंने जोर देकर कहा कि "बच्चों के खातिर शत्रुता को समाप्त करना वैकल्पिक नहीं है - यह एक तत्काल आवश्यकता है, एक नैतिक दायित्व है, और बेहतर भविष्य के लिए एकमात्र रास्ता है।"
उन्होंने संघर्षों पर प्रभाव रखनेवाले पड़ोसी राज्यों से शांति की शक्ति और बच्चों की सुरक्षा को बढ़ावा देने के लिए भी कहते हैं।
यूनिसेफ मध्य पूर्व और उत्तरी अफ्रीका में कमजोर बच्चों की खातिर अपने समर्थन को जारी रखने या बढ़ाने के लिए दानदाताओं से अनुरोध कर रहा है, और क्षेत्र में जोखिम में पड़ी युवा आबादी की रक्षा के लिए नए दानदाताओं की मांग कर रहा है।
वित्तपोषण और मानवीय जरूरतें
संयुक्त राष्ट्र की बाल एजेंसी ने बताया कि वह वित्तपोषण की गंभीर कमी के कारण एमईएनए क्षेत्र में अपने सामान्य संचालन में असमर्थ है।
इसने कहा कि सीरिया में 78% फंडिंग गैप है, और फिलिस्तीन में 2025 के फंडिंग अपील में 68% गैप है। यूनिसेफ के कार्यक्रम गंभीर दबाव में हैं, क्योंकि 2026 तक उनके फंडिंग में 20-25% की कमी जारी रहने का अनुमान है।
हाल ही में की गई कटौतियों के कारण मानवीय सहायता के लिए लगभग 370 मिलियन डॉलर के नुकसान का खतरा है। ये कटौतियाँ इसके कार्यक्रमों के लिए एक गंभीर खतरा हैं, जो ज़रूरतमंद बच्चों और परिवारों को महत्वपूर्ण संसाधन प्रदान करता है। गंभीर कुपोषण के लिए उपचार, सुरक्षित पानी तक पहुँच और घातक बीमारियों के खिलाफ टीकाकरण इसके कुछ प्रमुख उदाहरण हैं।