यूनिसेफ/गाज़ा: उप कार्यकारी निदेशक चाइबान का बयान

गाज़ा में यूनीसेफ के उप कार्यकारी निदेशक टेड चाइबान ने 22 माहों के युद्ध एवं दो माहों से सहायता के रोक दिये के कारण सर्वत्र भुखमरी और अभाव का बोलबाला है।

गाज़ा में संयुक्त राष्ट्र संघीय बाल निधि यूनीसेफ के उप कार्यकारी निदेशक टेड चाइबान ने गाज़ा के अपने पाँच दिवसीय दौरे के बाद एक बयान जारी कर कहा कि 22 माहों के युद्ध एवं दो माहों से सहायता के रोक दिये के कारण सर्वत्र भुखमरी और अभाव का बोलबाला है।

18,000 से अधिक बच्चे मारे गये
उन्होंने कहा, "...मैं अभी-अभी इस्राएल, गाज़ा और पूर्वी जैरूसालेम सहित पश्चिमी तट के पाँच दिवसीय मिशन से लौटा हूँ। परिवारों और बच्चों के चेहरों पर गहरी पीड़ा और भूख के निशान साफ़ दिखाई दे रहे थे। युद्ध शुरू होने के बाद से, गाज़ा में 18,000 से अधिक बच्चे मारे जा चुके हैं। इसका अर्थ है औसतन प्रतिदिन 28 बच्चे, जो एक स्कूल कक्षा के बराबर हैं। बच्चों ने अपने परिजनों को खो दिया है, वे भूखे, डरे हुए और सदमे में हैं।

अकाल का खतरा
उन्होंने कहा कि गाज़ा अब अकाल के गंभीर खतरे में है। स्थिति लगातार बिगड़ती जा रही है, लेकिन अब हमारे पास दो संकेतक हैं जो अकाल की सीमा को पार कर गए हैं। गाज़ा में हर तीन में से एक व्यक्ति कई दिनों तक बिना भोजन के रहता है, और कुपोषण का संकेतक अकाल की सीमा को पार कर गया है, जिससे गाज़ा शहर में तीव्र कुपोषण अब 16.5% से अधिक हो गया है। आज, 3,20,000 से अधिक छोटे बच्चे तीव्र कुपोषण के खतरे में हैं।