बम विस्फोटों से अधिक शक्तिशाली है क्रिसमस की रोशनी, कुलबोकास
"क्रिसमस की रोशनी इतनी तीव्र और महान है कि यह सभी कठिनाइयों, किसी भी आक्रामकता और किसी भी बमबारी से ऊपर उठती है"। महाधर्माध्यक्ष कुलबोकास ने कहा कि कठिनाइयों के बावजूद हमारे साथ बालक येसु उपस्थित हैं।
यूक्रेन के कारकीव शहर स्थित काथलिक महागिरजाघर में सन्त पापा फ्राँसिस के दूत कार्डिनल कॉनराड क्रायेस्की के साथ यूक्रेन में कार्यरत परमधर्मपीठ के प्रेरितिक राजदूत महाधर्माध्यक्ष विसवालदास कुलबोकास ने क्रिसमस की रात ख्रीस्तयाग अर्पित किया तथा 25 दिसम्बर के दिन, तीव्र रूसी बमबारी के बावजूद, शहर के ग्रीक काथलिक गिरजाघर में दिव्य धर्मविधि में भाग लिया।
क्रिसमस की रोशनी
वाटिकन न्यूज़ से बातचीत में राजदूत महाधर्माध्यक्ष कुलबोकास ने कहा, "क्रिसमस की रोशनी इतनी तीव्र और महान है कि यह सभी कठिनाइयों, किसी भी आक्रामकता और किसी भी बमबारी से ऊपर उठती है"। महाधर्माध्यक्ष कुलबोकास ने कहा कि कठिनाइयों के बावजूद हमारे साथ बालक येसु उपस्थित हैं।
उन्होंने कहा कि इन धर्मविधियों और प्रार्थना समारोहों में जो मौजूद थे, उनमें "सबसे ऊपर येसु थे, जिन्होंने हमारे लिये जन्म लिया और जब येसु का जन्म ऐसे स्थान पर होता है जिस पर लगातार हमले होते हैं, बमबारी होती है, तो यह रोशनी बहुत अधिक दिखाई देती है, चमकती है।" अन्धकार के बीच चमकती रोशनी जैसा कि हम नबी इसायाह के पाठों में हम पढ़ते हैं।
उन्होंने कहा, "ये ऐसे शब्द हैं जो युद्ध के इन स्थानों में एक विशेष तरीके से गूंजते हैं, क्योंकि यह वास्तव में खुशी और आशा की रोशनी है जो ख्रीस्तजयन्ती के साथ हम तक पहुँचती है, यह रोशनी हमें पवित्र वर्ष की जयंती के लिए तैयार करती है क्योंकि हमें यह ज्ञात था कि रोम में सन्त पापा फ्राँसिस उसी क्षण, सन्त पेत्रुस महागिरजाघर का द्वार खोल रहे थे।"
एक शैतानी युद्ध
महाधर्माध्यक्ष ने कहा कि क्रिसमस की रात हमारे लिये एक सुंदर और गहन उत्सव की रात थी, लेकिन साथ ही हमलों की एक रात भी, जिसमें ग्रीक-काथलिक गिरजाघर के पास मिसाइलों और ड्रोनों का विस्फोट हुआ, तथापि, उन्होंने कहा, "ईश्वर को धन्यवाद, यूक्रेनी ऊर्जा बुनियादी ढांचे पर बमबारी के बावजूद, क्रिसमस के दिन कोई नुकसान नहीं हुआ तथा धर्मविधि भंग नहीं हुई। दुख इस बात का है कि ऊर्जा संरचना पर बमबारी के कारण लगभग पाँच लाख से अधिक लोगों को घरों को गर्म करनेवाले हीटरों और पानी के बिना ही क्रिसमस मनाना पड़ा।
महाधर्माध्यक्ष कुलबोकास ने कहा कि यह सब देखकर मुझे यही लगता है कि यह एक शैतानी युद्ध है, क्योंकि इस तरह का युद्ध शैतान के काम के बहुत करीब आता है और विशेषकर इसलिये कि यह येसु के जन्म और क्रिसमस भाव के विपरीत है।
सभी से उन्होंने अपील की कि वे यूक्रेन में युद्ध की समाप्ति और शांति स्थापना के लिये प्रार्थना करें। उन्होंने कहा कि हमने क्रिसमस के अवसर पर मिलकर प्रार्थना की है क्योंकि हमारा विश्वास अटल है कि "येसु ने सब कुछ पर विजय पाई है: इसके लिए हम ईश्वर को धन्यवाद देते हैं"।