फादर फाल्टस : मध्यपूर्व में संघर्ष से 10,000 से अधिक बच्चों की मौत

वाटिकन रेडियो के साथ एक साक्षात्कार में, येरूसालेम में पवित्र भूमि के संरक्षक फादर इब्राहिम फाल्टस ने कहा है कि इज़राइल-हमास युद्ध की शुरुआत के बाद से 10,000 से अधिक बच्चे मारे गए हैं, और उन्होंने 'दो जनता, दो-राष्ट्र' समाधान पर गंभीरता से विचार करने का आग्रह किया है।

फादर फाल्टस ने कहा, “अब तक करीब 30,000 लोगों की मौत हो चुकी है एवं 60,000 से अधिक लोग घायल हैं। करीब 40,000 बच्चे अनाथ हो गये हैं एवं लगभग 10,000 बच्चे मारे जा चुके हैं।"

वाटिकन न्यूज की पत्रकार फेदेरिको पियाना से बात करते हुए फ्राँसिस्कन फ्रायर ने वेस्ट बैंक में पीड़ा की ओर लोगों का ध्यान आकृष्ट किया, जहां "अब तक 400 शव बरामद किए गए हैं, जबकि घायलों की संख्या 10,000 से कहीं अधिक है," हजारों गिरफ़्तारियाँ और विनाश हर जगह व्याप्त है जिनपर कोई जिक्र ही नहीं किया जा रहा है।"

फादर फाल्टस ने बलताया कि स्थानीय कलीसिया को डर है कि पवित्र भूमि में यह संकटपूर्ण स्थिति कहीं “तीसरे विश्व युद्ध” को हवा न दे। उन्होंने कहा, “दक्षिणी लेबनान में देखिये क्या हो रहा है, वहाँ बम हमले किये जा रहे हैं और यमन में हूती विद्रोही विदेशी जहाजों के ख़िलाफ जवाबी कार्रवाई में लगे हुए हैं।”

फादर फाल्टस विश्व के उन नेताओं के प्रति अपने आश्चर्य और आक्रोश को नहीं छिपाते हैं, जो इन सबके सामने चुप रहते हैं।

फादर ने कहा, "अब तक, हमने उन्हें युद्धविराम के लिए आवाज उठाते नहीं सुना है, जैसा कि पोप फ्राँसिस कर रहे हैं, जो युद्ध के कारण चिंतित हैं।"

फादर ने बतलाया कि गाजा में, पूरा ख्रीस्तीय समुदाय को दो गिरजाघरों में बंद कर दिया गया है: पवित्र परिवार के लैटिन पल्ली में 600 विश्वासी और ग्रीक ऑर्थोडॉक्स गिरजाघर में 200 विश्वासी।

फादर फाल्टस खेद प्रकट करते हैं कि गज़ा के लोगों के पास कुछ भी नहीं है : “उनके पास न पानी है, न भोजन और न ही सम्पर्क करने की संभावना।”

कलीसिया उनकी मौलिक आवश्यकताओं को पूरा करने की हरसंभव कोशिश कर रही है। उन्होंने अपना "सपना" साझा करते हुए कहा, “काश! गाजा के घायल बच्चे इलाज के लिए इटली पहुंच पाते, तो वे शायद मौत से बच जाते।”

उन्होंने खेद प्रकट करते हुए कहा, "कई बच्चे अभी भी मलबे के नीचे हैं। पूरी दुनिया की अंतःकरण कहाँ है? दुनिया के शक्तिशाली लोग कहाँ हैं? हर कोई इस त्रासदी को देख रहा है; यह उनकी आँखों के सामने हो रहा है।"

फादर फाल्टास ने कहा कि अंतर्राष्ट्रीय राजनेताओं ने "दो जनता, दो-राष्ट्र' समाधान का प्रस्ताव दिया है, जिस पर उन्होंने कहा, "इसराइल में भी कुछ सहमति है।" इस आधार को देखते हुए उन्होंने कहा, "समय आ गया है कि इसे व्यवहार में लाया जाए।"
उन्होंने आगे कहा, "पवित्र भूमि में कोई भी सही सलामत नहीं है: न तो इजरायली और न ही फिलिस्तीनी।"