कार्डिनल अम्बोंगो ने डीआरसी में बढ़ती हिंसा पर व्यक्त की चिंता
किनशासा के काथलिक धर्माधिपति महाधर्माध्यक्ष कार्डिनल फ्रीदोलीन अम्बोंगो ने डेमोक्रेटिक रिपब्लिक ऑफ कॉन्गो में नित्य बढ़ती हिंसा पर गहन चिन्ता व्यक्त की है तथा चेतावनी दी है कि देश के पूर्वी हिस्से में हालात तेज़ी से बिगड़ रहे हैं।
किनशासा के काथलिक धर्माधिपति महाधर्माध्यक्ष कार्डिनल फ्रीदोलीन अम्बोंगो ने डेमोक्रेटिक रिपब्लिक ऑफ कॉन्गो में नित्य बढ़ती हिंसा पर गहन चिन्ता व्यक्त की है तथा चेतावनी दी है कि देश के पूर्वी हिस्से में हालात तेज़ी से बिगड़ रहे हैं।
कार्डिनल महोदय ने चेतावनी दी है सशस्त्र मिलिशिया द्वारा हाल ही में क्षेत्र के कई कस्बों पर कब्जा कर लेने के बाद से डेमोक्रेटिक रिपब्लिक ऑफ कॉन्गो के पूर्वी क्षेत्र स्थित उत्तरी किवू में स्थिति बहुत नाज़ुक हो चली है, जहाँ एम23 लड़ाकू विमानों ने हथियार उठा लिये हैं और कई नगरों पर आगे बढ़ गये हैं।
काथलिक कलीसिया की मिशनरी समाचार एजेंसी, फीदेस न्यूज़ से बातचीत में कार्डिनल अम्बोंगो ने कहा, "एम23 लड़ाकू विमानों ने क्षेत्र पर विजय प्राप्त करना जारी रखा है, जबकि कांगो सेना पूरी तरह से अराजकता में है" और "जिस चीज़ की सबसे अधिक आशंका है वह सामान्य असुरक्षा का जोखिम है, विशेष रूप से गोमा में और आम तौर पर देश के पूरे पूर्व हिस्से में।"
संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार उच्चायुक्त 16 से 18 अप्रैल तक पूर्वी डेमोक्रेटिक रिपब्लिक ऑफ कॉन्गो का दौरा कर रहे हैं, एक ऐसा क्षेत्र जहां हिंसा के कारण 2021 के अंत से लगभग बीस लाख लोग अपने घरों से पलायन कर चुके हैं।
कार्डिनल अंबोंगो ने स्मरण दिलाया कि बुकावू के कलीसियाई समुदायों के धर्माध्यक्षों ने अप्रैल माह के मध्य में प्रकाशित एक प्रेरितिक पत्र में डेमोक्रेटिक रिपब्लिक ऑफ कांगो के पूर्व में वास्तविकता का एक बहुत स्पष्ट विश्लेषण प्रस्तुत किया है। उन्होंने चिन्ता ज़ाहिर कर कहा कि "कलीसिया स्वयं इस क्षेत्र में एक खतरनाक स्थिति में है," और "यही कारण है कि बुकावु प्रांत के धर्माध्यक्षों ने राष्ट्रीय स्तर पर कांगो के धर्माध्यक्षीय सम्मेलन के माध्यम से इस कठिन समय में लोगों का साथ निभाने का निर्णय लिया है।
पीड़ित लोगों के प्रति प्रेरितिक देखभाल हमें यह देखने के लिए बुलाती है कि "हम इन पीड़ितों के प्रति ईश्वर का तनिक प्रेम और उनकी दया कैसे प्रदर्शित कर सकते हैं।" कार्डिनल अम्बोंगो ने ध्यान आकर्षित कराया कि डेमोक्रेटिक रिपब्लिक ऑफ कॉन्गो की कलीसिया यही करने की कोशिश कर रही है, हालांकि यह काम हमेशा आसान नहीं होता है।"