ईसाई जीवन और धर्मविधि पर दो नई पुस्तकों का विमोचन

बेंगलुरू स्थित सेंट पीटर्स पोंटिफिकल इंस्टीट्यूट के स्वर्ण जयंती समारोह के दौरान दो नई पुस्तकों, "ईसाई जीवन" और "कानून का सुधार, कलीसिया का नवीनीकरण" का विमोचन किया गया। महामहिम फिलिप नेरी कार्डिनल फेराओ ने इन पुस्तकों का अनावरण किया और कार्यक्रम में उपस्थित 14 आर्चबिशप और बिशप को पहली प्रतियाँ भेंट कीं।

"ईसाई जीवन" (250 पृष्ठ, सेंट पॉल्स, मुंबई) कैथोलिक चर्च की धार्मिक शिक्षाओं और आज के विश्वासियों के लिए उनकी प्रासंगिकता का अन्वेषण करती है। यह धार्मिक मार्गदर्शन, सूचित विश्वास, धर्मसभा विवेक और मसीह के मिशन में आम लोगों की भूमिका जैसे विषयों पर विचार करती है।

"कानून का सुधार, कलीसिया का नवीनीकरण" (350 पृष्ठ, एटीसी पब्लिशर्स, बेंगलुरु) कैथोलिक चर्च में हाल के धार्मिक सुधारों पर केंद्रित है। यह पुस्तक पोप फ्रांसिस के नव-मानवतावाद, धर्मसभा, लोक सशक्तिकरण, चर्च संबंधी सुधारों और चर्च के नए दंड विधान में न्याय के देहाती अनुप्रयोग का विश्लेषण करती है।

ये पुस्तकें रेव. डॉ. मर्लिन रेंगिथ एम्ब्रोस द्वारा लिखी गई हैं, जो भारतीय कैथोलिक बिशप सम्मेलन (सीसीबीआई) में कैनन लॉ आयोग के कार्यकारी सचिव और सेंट पीटर्स पोंटिफिकल इंस्टीट्यूट में कैनन लॉ के रेजिडेंट प्रोफेसर हैं। उन्होंने इससे पहले कैनन लॉ पर चार पुस्तकें लिखी हैं और भारतीय तथा अंतर्राष्ट्रीय पत्रिकाओं में कई शोध लेख प्रकाशित किए हैं।

क्रिश्चियन लिविंग सेंट पॉल्स, मुंबई के माध्यम से उपलब्ध है, जबकि रिफॉर्मिंग द लॉ, रिन्यूइंग द चर्च को एटीसी पब्लिशर्स के माध्यम से ऑर्डर किया जा सकता है। प्रतियाँ लेखक से सीधे +91-9884668927 या [email protected] पर भी प्राप्त की जा सकती हैं।