आँखों के सामने बच्चों की मृत्यु

गाजा में युद्ध के कारण बच्चों की गंभीर स्थिति और परिवारों की बेबसता।

यूनिसेफ ने गाजा में बच्चों की स्थिति को लेकर गहरी चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि बच्चे अपने परिवार की आंखों के सामने मर रहे हैं।

संयुक्त राष्ट्र संघ के यूनिसेफ ने इस बात की चेतावनी दी है कि गाजा में कुपोषित बच्चे भारी जोखिम भरी स्थिति में हैं, “वे अपने परिवार के आंखों के सामने मर रहे हैं” क्योंकि राफा आक्रमण के कारण उन्हें जीवन रक्षक उपचार मुहैया नहीं हो पा रहा है।

दुनिया भर में बच्चों को मानवीय और विकासात्मक सहायता प्रदान करने वाली संयुक्त राष्ट्र की प्रमुख एजेंसी ने चेतावनी दी है कि दक्षिणी गाजा में तीन हज़ार कुपोषित बच्चों के मरने का तत्काल खतरा उत्पन्न हो गया है क्योंकि जारी हिंसा और विस्थापन के कारण परिवारों के लिए स्वास्थ्य सुविधाओं और सेवाएं नहीं पहुँच रही हैं। यूनिसेफ की ओर से तीव्र कुपोषण के लिए जीवन रक्षक उपचारों के प्रावधान को सुनिश्चित करने की हर संभव कोशिश की जा रही है।

त्वरित कार्यवाही
11 जून के प्रेस विज्ञप्ति में, मध्य पूर्वी और उत्तरी अफ्रीका के क्षेत्री संचालक एडेल खोडर ने “भयावह तस्वीरों” की निंदा की जो “गाजा से लगातार सामने आ रही हैं, जहाँ बच्चे भोजन, पोषण आपूर्ति की निरंतर कमी और स्वास्थ्य सेवाओं के नष्ट होने के कारण अपने परिवारों की आंखों के सामने मर रहे हैं।”

उन्होंने चेतावनी दी कि जब तक इन कमजोर बच्चों के लिए उपचार फिर से शुरू नहीं किया जाता, जहाँ उन्हें गंभीर रूप से बीमार, जीवन में खतरा उत्पन्न करने वाली जटिलताओं से न बचाया जाये तो वे उन बच्चों की बढ़ती सूची में जल्द ही शामिल हो जायेंगे जो मूर्खतापूर्ण,  मानव निर्मित युद्ध और अभाव के कारण मारे जा चुके हैं।"

राफा आक्रमण के बाद दक्षिणी गाजा में जीवन और मृत्यु की स्थिति गंभीर स्तर पर पहुंच गई है, यूनिसेफ ने कहा है कि उत्तर में खाद्य सहायता की आपूर्ति में मामूली सुधार हुआ है।

दयनीय स्थिति
गाजा पट्टी में कुपोषण के बढ़ते मामलों को लेकर सहायता कर्मी बहुत चिंतित हैं क्योंकि गंभीर रूप से कुपोषित बच्चों का इलाज करने वाले तीन केंद्रों में से केवल दो ही काम कर रहे हैं, जबकि जारी हिंसा के कारण नए केंद्र खोलने की योजनाएँ रुकी हुई हैं। घोर कुपोषण के शिकार बच्चों की देखभाल के लिए छह से आठ सप्ताह तक विशेष देख-रेख, चिकित्सीय भोजन, सुरक्षित पानी और अन्य चिकित्सा सहायता की आवश्यकता होती है, जो बेहद सीमित आपूर्ति में उपलब्ध हैं।

युद्धविराम की आशा
2023 के अक्टूबर महीने से यूनिसेफ ने गाजा में करीबन दस हजाह महिलाओं और बच्चों को जीवन-रक्षक सेवाएं प्रदान किया है। एडेल खोडर का कहना है कि उनके पास वितरण के लिए पोषण सामग्री तैयार है, लेकिन वे इस बात को सुनिश्चित करना चाहते हैं कि मानवीय अभियान बिना किसी रुकावट के बच्चों और उनके परिवारों तक वितरित की जा सके। इसका मतलब यह है युद्ध का रुकना और “युद्धविराम जिसकी बच्चों को सबसे अधिक आवश्यकता है।”