रविवार को सुसमाचार पाठ पर चिंतन करते हुए, पोप फ्राँसिस हमें याद दिलाते हैं कि प्रभु को जानना महत्वपूर्ण है, लेकिन उनका अनुसरण करना और उनके सुसमाचार द्वारा स्वयं को परिवर्तित होने देना भी उतना ही महत्वपूर्ण है, ताकि हम वास्तव में बदल सकें।
पोप फ्राँसिस अपनी 12 दिवसीय इंडोनेशिया, पापुआ न्यू गिनी, तिमोर-लेस्ते और सिंगापुर की प्रेरित यात्रा समाप्त कर रोम लौटने पर संत मारिया मेजर महागिरजाघऱ गये और यात्रा के दौरान धन्य कुंवारी माँ मरिया को उनकी सुरक्षा के लिए धन्यवाद दिया।
संत पेत्रुस महागिरजाघर पीटर में पोप ने थियेटिन पुरोहितों के धर्मसमाज की स्थापना की पांचवीं शताब्दी के अवसर पर प्रचारित तीर्थयात्रा में भाग लेने वालों से मुलाकात की और धार्मिक लोगों को "नवीनीकरण, सहभागिता और सेवा में" अपनी यात्रा जारी रखने के लिए प्रोत्साहित किया।
सिंगापुर से रोम के लिए उड़ान भरते समय पोप फ्राँसिस ने पत्रकारों से गज़ा में युद्ध की नागरिक त्रासदी और अमेरिकावासियों को हैरिस और ट्रंप के बीच विवेक से चुनाव करने की आवश्यकता के बारे में बात की। उन्होंने गर्भपात और प्रवासियों की अस्वीकृति की निंदा की और चीन के साथ समझौते के बारे में सकारात्मक दृष्टिकोण व्यक्त किया, देश को कलीसिया के लिए एक वादा और आशा कहा।
सिंगापुर के काथलिक जूनियर कॉलेज में अंतरधार्मिक बैठक के दौरान, पोप फ्राँसिस ने युवाओं से एकता की दिशा में काम करने, जिम्मेदार नागरिक बनने और जो कुछ उन्होंने सीखा है उसे भावी पीढ़ियों तक पहुंचाने का आग्रह किया।
सिंगापुर के सन्त तेरेसा होम नामक वृद्धाश्रम में शुक्रवार को सन्त पापा फ्राँसिस ने वयोवृद्धों की भेंट कर उनसे कहा कि उनकी प्रार्थनाएँ अत्यधिक महत्वपूर्ण हैं।
सिंगापुर में अपनी प्रेरितिक यात्रा के अंतिम दिन, पोप फ्राँसिस ने देश में सेवारत काथलिक धर्माध्यक्षों, पुरोहितों, धर्मसमाजी एवं धर्मसंघी पुरुषों और महिलाओं से निजी मुलाकात कर उन्हें एकता के सूत्र में बँधे रहने तथा लोगों के क़रीब जाने का सन्देश दिया।
पोप फ्राँसिस ने बृहस्पतिवार को सिंगापुर के स्पोर्टस हब नैशनल स्टेडिम में विश्वासियों के साथ ख्रीस्तयाग अर्पित किया। सिंगापुर के नेशनल स्टेडियम में ख्रीस्तयाग के दौरान पोप फ्रांसिस ने विश्वासियों को याद दिलाया कि प्रेम ही, हम जो कुछ भी हैं और करते हैं, उसका आधार है।