चीनी काथलिकों ने दो नए गिरजाघरों के उद्घाटन का जश्न मनाया

चीनी काथलिक देश के हुबेई प्रांत और शांक्सी प्रांत में नए गिरजाघरों के उद्घाटन को विश्वास के मार्ग पर दृढ़ता के ठोस संकेत के रूप में देखते हैं।
चीन लोकतंत्र गणराज्य में काथलिक समुदायों की वृद्धि और दृढ़ता को हाल ही में दो नए गिरजाघऱों के खुलने से चिह्नित किया गया है, जो बदलते ऐतिहासिक संदर्भों के बीच स्थायी आस्था की मूर्त अभिव्यक्ति हैं।
ख्रीस्त राजा गिरजाघर
फीदेस न्यूज एजेंसी के अनुसार, 10 मई को, हंकोऊ/वुहान के धर्माध्यक्ष फ्रांसिस कुई किंग्की ओएफएम ने हुबेई प्रांत के शियाओगान में नए ख्रीस्त राजा गिरजाघर के उद्घाटन की अध्यक्षता की। अपने प्रवचन के दौरान, धर्माध्यक्ष कुई ने 33 मीटर ऊंचे घंटाघर को स्वर्ग के राज्य की ओर विशावासियों की निगाह को निर्देशित करने वाले प्रतीक के रूप में वर्णित किया, साथ ही चीनी परंपरा की समृद्धि में ख्रीस्तीय जीवन को आधार बनाने के लिए एक आह्वान के रूप में भी कार्य किया।
उद्घाटन समारोह में 32 सह-याजकों और लगभग 1,000 स्थानीय काथलिकों सहित नागर अधिकारियों ने भी मिस्सा समारोह में भाग लिया। 525 वर्ग मीटर में फैले नए गिरजाघर में 500 से ज़्यादा विश्वासी बैठ सकते हैं। इसमें एक पल्ली आवास और एक पल्ली सेंटर भी है। धर्माध्यक्ष बिशप कुई ने गिरजाघऱ को "प्रार्थना का स्थान और अनुग्रह का स्रोत" कहा, और उम्मीद जताई कि यह इस क्षेत्र में आध्यात्मिक और वास्तुशिल्प का एक मील का पत्थर बन जाएगा।
चीन की माता मरिया
उसी दिन, शांक्सी प्रांत के ताइयुआन महाधर्मप्रांत में गुझाई पल्ली ने भी 13 मई को चीन की माता मरियम के पर्व से ठीक पहले एक नए गिरजाघऱ का अभिषेक किया, जो चीन की माता मरियम को समर्पित है। यह उत्सव पल्ली द्वारा नये संत पापा लियो 14 वें के हाल ही में हुए चुनाव के बाद मनाया गया।
इस समारोह का नेतृत्व करने वाले धर्माध्यक्ष पॉल मेंग निंगयू ने छोटे ग्रामीण पल्ली के इतिहास पर, पल्ली वासियों के लचीलेपन और मिशनरी समर्पण पर विचार किया। बढ़ती उम्र की आबादी जैसी चुनौतियों का सामना करने के बावजूद, धर्माध्यक्ष मेंग ने प्रवासी श्रमिकों की उपस्थिति से समृद्ध समुदाय की जीवंतता की प्रशंसा की और पल्ली की सांप्रदायिकता और धर्मसभा की भावना पर प्रकाश डाला। उन्होंने पल्ली की "प्रेरक शक्ति" के रूप में आम लोगों की सराहना की और प्रार्थना नेतृत्व और पल्ली प्रबंधन में उनकी सक्रिय भूमिका को प्रोत्साहित किया।
दोनों समारोहों का समापन मसीह के मार्गदर्शन और कुंवारी मरिया की मध्यस्थता प्रार्थनाओं के साथ हुआ, ताकि दोनों समुदाय विश्वास और गवाही में बढ़ते जायें।