इटालियन बाउल्स फेडरेशन के प्रतिनिधियों से पोप फ्राँसिस

इटालियन बाउल्स फेडरेशन के प्रतिनिधियों ने शुक्रवार को वाटिकन में पोप फ्राँसिस का साक्षात्कार कर उनका आशीर्वाद प्राप्त किया। बाउल्स खेल के प्रतिनिधियों से मिलने पर पोप ने अपनी खुशी ज़ाहिर की तथा रोम में उनकी उपस्थिति के लिये धन्यवाद ज्ञापित किया।

इटालियन बाउल्स फेडरेशन के प्रतिनिधियों ने शुक्रवार को वाटिकन में पोप फ्राँसिस का साक्षात्कार कर उनका आशीर्वाद प्राप्त किया। बाउल्स खेल के अंतरराष्ट्रीय अध्यक्ष और कुछ नागरिक अधिकारियों के प्रतिनिधियों से मिलने पर पोप ने अपनी खुशी ज़ाहिर की तथा काथलिक कलीसिया के गढ़ रोम में उनकी उपस्थिति के लिये धन्यवाद ज्ञापित किया।

ग़रीबों के करीब
पोप ने कहा, "मैं खुश हूं क्योंकि - मैं स्वीकार करता हूं - मुझे बाउल्स का खेल सचमुच पसंद है। दो कारणों से: पहला, क्योंकि अरबों डॉलर के अनुबंध वाले तथा हमेशा मीडिया में छाये रहनेवाले "सितारों" की तुलना में यह एक "ग़रीब" खेल है, जिनके चैंपियन, मुझे लगता है, वे लोग हैं जो कर्मचारी हैं, या शिक्षक हैं, या प्लंबर हैं... संक्षेप में, सामान्य लोग हैं जो इस खेल के प्रति जुनून रखते हैं।" उन्होंने कहा कि शायद यह थोड़ा फैशन से बाहर हैं, लेकिन मानवता में बहुत समृद्ध हैं।

साझेदारी औप मनोरंजन का खेल
बाउल्स के खेल को पसन्द करने का दूसरा कारण बताते हुए सन्त पापा ने कहा, "यह एक ऐसा खेल है जिसे मैं एक निश्चित प्रकार की सामाजिकता और सामाजिक मित्रता से जोड़ता हूं... एक समय यह गांवों में, ग्रामीण दुनिया में बहुत व्यापक था, हर जगह बाउल्स या कटोरे का खेल चला करता था, यहाँ तक कि पल्लियों में भी। यह एक साथ रहने, साझेदारी निभाने तथा स्वस्थ और शांतिपूर्ण मनोरंजन का एक तरीका था। अब समाज बदल गया है, और कटोरे का खेल भी बदल गया है: महिलाएं और युवा भी खेलते हैं; कई विकलांग लोग इसका अभ्यास करते हैं और मैं इसके लिए आपको बधाई देता हूं।"

बाउल्स फ्रेंच भाषा का शब्द है। बाऊल्स खेल में उद्देश्य भारी गेंदों को जैक कहे जानेवाली एक छोटी लक्ष्य गेंद के जितना संभव हो सके पास फेंकना या रोल करना होता है।