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पोप ने 'गरीबों के साथ लिखी' नई वाटिकन पत्रिका लॉन्च की
पोप फ्राँसिस ने विश्वासियों को "ओस्सर्वतोरे दी स्त्रादा" के पहले संस्करण की एक प्रति प्राप्त करने के लिए आमंत्रित किया, जो गरीबों और हाशिए पर पड़े लोगों को समर्पित एक नई पत्रिका है।
पोप फ्रांसिस ने संत पेत्रुस और संत पौलुस के पर्व दिवस पर संत पेत्रुस महागिरजाघर के प्रांगण में देवदूत प्रार्थना के पाठ के बाद, संत पापा फ्राँसिस ने वहाँ एकत्रित विश्वासियों को "ओस्सर्वतोरे दी स्त्रादा" के पहले संस्करण की एक प्रति लेने के लिए आमंत्रित किया।
"ओस्सर्वतोर रोमानो" द्वारा निर्मित मासिक पत्रिका, संत पेत्रुस महाप्रांगण में स्वयंसेवकों द्वारा रुचि रखने वाले किसी भी व्यक्ति को मुफ्त में वितरित की गई थी।
पोप ने कहा कि आज "ओस्सेर्वातोरे रोमानो" की नई मासिक पत्रिका "ओस्सर्वातोरे दी स्त्रादा" का पहला अंक प्रांगण में वितरित किया गया। वास्तव में इस पत्रिका में, गरीब और हाशिए के लोग संपादकीय कार्य में भाग लेते हैं, वे खुद लिखते हैं और साक्षात्कार देते हैं, इस मासिक पत्रिका को मुफ्त में दिया जाता है। अगर कोई कुछ देना चाहता है तो वह स्वेच्छा से दे सकता है, लेकिन इसे स्वतंत्र रूप से ले सकता है क्योंकि यह एक अच्छा काम है जो गरीबों से, हाशिए पर रहने वालों की अभिव्यक्ति के आधार से आता है।
मासिक पत्रिका हर महीने के पहले रविवार को प्रिंट और ऑनलाइन दोनों में प्रकाशित की जाएगी। पत्रिका का वितरण हर रविवार को संत पेत्रुस महागिरजाघर के प्रांगण में पोप के देवदूत प्रार्थना का पाठ करने के बाद किया जाएगा।
“रोम के मुख्य संरक्षकों, प्रेरित संत पेत्रस और संत पौलुस के इस पर्व पर, मैं रोमियों और इस शहर में रहने वाले सभी लोगों के लिए अपनी शुभकामनाएं व्यक्त करता हूं, उम्मीद करता हूं कि हर किसी को इसकी सुंदरता के योग्य एक सौम्य स्वागत मिलेगा। रोम सुंदर है!”
इसके बाद पोप ने प्रेरित संत पेत्रस और संत पौलुस के इस पर्व पर कॉन्स्टांटिनोपल के प्रधिधर्माध्यक्ष बार्थोलोम द्वारा भेजे गए प्रतिनिधिमंडल के प्रति सौहार्दपूर्ण और भाईचारे का अभिवादन करते हुए उनके प्रति अपनी कृतज्ञता को नवीनीकृत किया।
साथ ही पोप ने विभिन्न देशों से आये मेट्रोपॉलिटन महाधर्माध्यक्षों का अभिवादन किया। संत पापा ने मिस्सा के अंत में पालिये को आशीष दी और उन्हें उपहार में दिया।
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