संत थोमस के शहादत का जूबली वर्ष मनाया गया

दिनाँक 3/7/22 को भारत में संत थोमस के शहादत का जूबली वर्ष अर्थात 1950 वां वर्षगांठ का महापर्व सेकरेड हार्ट चर्च महू में बड़े उत्साह के साथ मनाया गया। महू पल्ली के पल्लीवासी सुबह 7:30 बजे राजेश्वर विद्यालय के प्रांगण में उपस्थित हुये। सबसे पहले संत थोमस की नई मूर्ति जिसको तमिलनाडू से दो दिन के पहले लेकर आये थे, पल्ली पुरोहित के द्वारा आशिष दिया गया। तत्पश्चात बालिकाओं के द्वारा एक धार्मिक नृत्य किया गया। फिर सभी लोगों ने एक भव्य जूलूस में भाग लेते हुये चर्च का तीन परिकमा किये। संत थोमस की मूर्ति को डोला में फूलों से सजाकर भक्तिभांव से प्रार्थना और भजन करते हुये चर्च में प्रवेश किया। तत्पश्चात सभी लोग पवित्र यूखारिस्तीय पूजन विधि में भाग लिये। मुख्य याजक के रूप में आदरणीय पल्ली पुरोहित फा. डॉ. थोमस राजमानिकम रहे। उनके साथ आदरणीय फा. हृदयराज, फा. जोन भाबोर एवं फा. संजय परस्ते उपस्थित रहे। श्री एलिक एन्थोनी द्वारा प्रस्तावना पढ़कर सुनाया गया। श्रीमति जसिन्ता ब्रिटो एवं जोन सेबास्टियन के द्वारा बाइबिल का पाठ पढ़ा गया। तत्पश्चात फा. थोमस के द्वारा संत थोमस के जीवन पर प्रकाश डालते हुये बाइबिल के पवित्र वचनों के द्वारा लघु उपदेश दिया गया। सभी लोगों ने प्रभु येसु खीस्त को यूखारिस्तीय संस्कार में ग्रहण करते हुये अनुग्रह प्राप्त किया। गायकमण्डली ने मधुर भजनों के द्वारा लोगों को आध्यामिक रुप से प्रेरित किया। श्री नोएल सेबास्टिन ने कीबोर्ड बजाया । सभी लोग संत थोमस की मूर्ति को स्पर्श कर प्रार्थना किया । मिस्सा के पश्चात सभी पल्लीवासियों के लिये नाश्ता का प्रबंध किया गया। सभी लोग ने नाश्ता का आनंद लेते हुये एक दूसरे को संत थोमस के त्यौहार की शुभकामनायें दी।
डोला की सजावट में श्री विनोद एवं टीम ने मदद किया। श्रीमति बेला और उनके साथियों के द्वारा चर्च प्रांगण में रंगोली बनाई गयी। श्री जाय थोमस, श्री मोतीलाल, श्री दिनेश एवं हयूबर्ट के द्वारा फरिया लगाकर सजावट की गई। सा ऊड सिस्टम को श्री जोसेफ ने संभाला। इस प्रकार आज के सभी धार्मिक कार्यक्रम पल्ली पुरोहितों के नेतृत्व में उत्साह पूर्वक किया गया।

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