कार्डिनल पारोलिन: यूक्रेन का युद्ध यूरोप को अस्वीकार्य

कार्डिनल पारोलिन ने यूक्रेन में युद्ध को अस्वीकार्य बतलाते हुए देश में निश्चित और न्यायपूर्ण शांति स्थापना हेतु कार्य का आहृवान किया।

वाटिकन राज्य के सचिव कार्डिनल पिएत्रो पारोलिन ने यूक्रेन में युद्ध की स्थिति को अस्वीकार्य बतलाते  हुए यूरोप की परिषद को “यूक्रेन में एक निश्चित और न्यायपूर्ण शांति" स्थापित करने का आह्वान किया।

आइसलैंड के रिक्जेविक में चल रही दो दिवसीय यूरोपीय परिषद के चौथे शिखर सम्मेलन में यूरोपीय राज्य और देशों प्रमुख प्रतिनिधि भाग ले रहे हैं। इस बैठक में वाटिकन राज्य के कार्डिनल सचिव पिएत्रो पारोलिन ने परमधर्मपीठ का प्रतिनिधित्व किया क्योंकि परमधर्मपीठ यूरोप की परिषद में पर्यवेक्षक का दर्जा प्राप्त करता है, जो एक अंतरराष्ट्रीय संगठन है जो यूरोप में मानवाधिकारों और कानून के शासन को बनाए रखना चाहता है।

गुरूवार की बैठक में वाटिकन सचिव ने विभिन्नों राष्ट्रों और सरकारों के प्रतिनिधियों को संत पापा फ्रांसिस की शुभकामनाएं अर्पित की। कार्डिनल पारोलिन ने सभा को किये गये अपने संबोधन में यूरोप की परिषद के लिए इस शिखर सम्मेलन को आधिकारिक रूप में “शांति की एक परियोजना” घोषित किया।

संत पापा के विचारों को उद्धरित करते हुए उन्होंने कहा कि यूक्रेन में युद्ध “सामुदायिक राजनीति की खोज और बहुपक्षीय संबंधों की मजबूती, अतीत की एक उदास स्मृति-सा लगती है”। उन्होंने यूरोपीय देश के नेताओं से अपने में यह सवाल करने का आग्रह किया,“हम युद्ध से जीर्ण यूक्रेन के बारे में कितना सोचते हैं, शांति के रचनात्मक हमारे प्रयास कहाँ हैंॽ”

उन्होंने कहा कि यूरोप को यूक्रेनी लोगों ने कभी नहीं भूलना चाहिए जो संकट की स्थिति में मर रहे हैं। “हम निष्क्रिय रूप से यह स्वीकार नहीं कर सकते कि यूक्रेन में आक्रामकता का युद्ध जारी रहे।”

कार्डिनल ने यूरोपीय शिखर सम्मेलन को दिये गये अपने संक्षिप्त संबोधन के अंत में इस बात की सुदृढ़ता प्रदान करते हुए कहा कि वाटिकन पूरे यूरोप और विश्व में शांति कायम करने के लिए हर संभव प्रयास करेगा। “यह हमारे लिए एक कार्य करने और यूक्रेन में निश्चित और न्यायपूर्ण शांति स्थापित करने का समय है, साथ ही यूरोप के उन प्रांतों में भी जो “ग्रे” कहलाता है।

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